9 मिनट में 20 किलोमीटर! वो महिला जो चला रही थी साइरस मिस्त्री की कार

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दिल्ली।भारत के जाने-माने उद्योगपति साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में रविवार को मौत हो गई. 54 साल के साइरस मिस्त्री के साथ यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब उनकी लग्जरी कार मुंबई से सटे पालघर जिले में सूर्या नदी पर बने पुल पर डिवाइडर से टकरा गई. उस समय मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे. पता चला है कि सिल्वर मर्सिडीज को मुंबई की जानी-मानी स्त्रीरोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले (55) चला रही थीं और मिस्त्री पीछे बैठे थे. अनाहिता के पति डेरियस पंडोले (60) भी हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए.

आइए आपको बताते हैं कौन हैं अनाहिता पंडोले.

  • जनवरी 2004 में बॉम्बे पारसी पंचायत के साथ मिलकर अनीता पंडोले ने द बॉम्बे पारसी पंचायत फर्टिलिटी प्रोजेक्ट शुरू किया ताकि पारसी समुदाय की गिरती जनसंख्या पर लगाम लगाई जा सके. इस प्रोजेक्ट का मकसद पारसी कपल्स को  कम दरों पर अच्छा फर्टिलिटी ट्रीटमेंट मुहैया कराना था.
  • जियो पारसी स्कीम का आइडिया भी इसी फर्टिलिटी प्रोजेक्ट से आया था, जिसके पीछे सुझाव अनाहिता पंडोले ने दिए थे.
  • उन्होंने वर्क आइडिया और लागू करने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने चिकित्सा पहलुओं पर जियो पारसी टीम को गाइड भी किया.
  • जियो पारसी वेबसाइट के मुताबिक वह बांझपन प्रबंधन, उच्च जोखिम वाले प्रसूति और एंडोस्कोपी सर्जरी की सलाहकार और स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. इसके अलावा वह अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ भी मुखर रही हैं.

हादसे पर क्या बोली पुलिस

पुलिस के मुताबिक, लग्जरी कार की रफ्तार शुरुआती जांच में तेज थी. इसने पालघर जिले में चरोटी जांच चौकी को पार करने के बाद केवल नौ मिनट में 20 किमी की दूरी तय की.

इस हादसे में मिस्त्री और जहांगीर पंडोले नाम के एक शख्स की मौत हो गई. जबकि पंडोले दंपति गंभीर रूप से घायल हो गए. जहांगीर के भाई डेरियस टाटा समूह के पूर्व स्वतंत्र निदेशक थे, जिन्होंने चेयरमैन पद से मिस्त्री को हटाये जाने का विरोध किया था. यह हादसा दोपहर ढाई बजे हुआ. कार अनाहिता पंडोले चला रही थीं. पुलिस के मुताबिक, ‘शुरुआती जांच के अनुसार, तेज रफ्तार और फैसले लेने में गलती के कारण कार दुर्घटना हुई. हादसे में जान गंवाने वाले दोनों लोगों ने सीट बेल्ट नहीं बांध रखी थी.’

पुलिस के मुताबिक, ‘चरोटी जांच चौकी पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने पर पालघर पुलिस ने पाया कि कार दोपहर करीब 2.21 बजे चौकी से गुजरी थी और दुर्घटना (मुंबई की दिशा में) 20 किलोमीटर आगे (ढाई बजे) हुई.’