The Duniyadari: लखनऊ- देश के अलग अलग हिस्सों में ट्रेन को पलटाने की साजिश से जुड़े अनेकों मामले सामने आते हैं। इसी से जुड़ा एक नया मामला लखनऊ के रहीमाबाद के पास देखने को मिला, जहां कुछ शरारती तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा और मोटा लकड़ी का टुकड़ा रख दिया।
देर रात उस ट्रैक से गुजर रही काशी विश्वनाथ ट्रेन के ड्राइवर ने ट्रैक पर पड़े उस टुकड़े को देखकर ट्रेन रोक दी, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। अब इस मामले में लखनऊ के रहीमाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराकर जांच शुरू कर दी गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार, सहरसा-आनंद विहार गरीब रथ (05577) लखनऊ के दिलावर नगर और रहीमाबाद से होकर गुजर रहे ट्रैक से मध्य रात्रि पौने 3 बजे निकलने वाली थी। गरीब रथ के गुजरने से पहले दूसरे रेलवे ट्रैक से काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन गुजरी। बताया जाता है कि उस दौरान दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच रेलवे ट्रैक पर ढाई फीट लंबा और 6 इंच मोटा लकड़ी का टुकड़ा पड़ा मिला।
अचानक काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर ने ट्रेन रोक दी और आनन फानन में रहीमाबाद स्टेशन मास्टर ओम प्रकाश को इस मामले की जानकारी दी। स्टेशन मास्टर की सूचना पर उसी ट्रैक से गुजरने वाली गरीब रथ को मलिहाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया। बताया जाता है कि यदि अपने समय पर गरीब रथ उस ट्रैक से गुजरती तो एक बड़ा ट्रेन हादसा हो जाता। ड्राइवर की सूझबूझ से गरीब रथ ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश नाकाम हो गई।
इस मामले की जानकारी पर रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी समेत गैंगमैन राजेश रंजन पहुंचे, जिन्हें खंभा नंबर- 1109 9/11 के पास ट्रैक पर दोनों पटरियों के बीच लकड़ी का बड़ा और मोटा टुकड़ा मिला। बताया जाता है कि इस लकड़ी क्व टुकड़े पर एक ‘राम’ नाम लिखा हुआ पीला गमछा रखा हुआ था। वहीं, पास में ही कुछ हरे पेड़ की डालियां भी पड़ी मिलीं।
इतना ही नहीं, इसी ट्रक पर खंभा नंबर 1109 10/12 के पास कुछ आम के पेड़ की टहनियां भी पाई गईं। मौके से टहनियों को हटाकर ट्रेन को देरी से रवाना किया गया। इस मामले में RPF इंस्पेक्टर हुकुम सिंह व राजेश रंजन ने लखनऊ के रहीमाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अब इस पूरे मामले की आरपीएफ के साथ साथ यूपी पुलिस की टीम जांच कर रही है।