क्या शिवराज को सौंपी जाएगी बीजेपी की कमान? संघ से 45 मिनट की गोपनीय बैठक

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The Duniyadari : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की है। बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। बैठक की बात बाहर सामने नहीं आई, लेकिन बीजेपी सूत्रों का कहना है कि संघ ने पार्टी प्रमुख पद के चयन में विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिवराज सिंह चौहान भी पार्टी के शीर्ष चेहरे के लिए प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं।

यह मुलाकात दो साल बाद आरएसएस प्रमुख से हुई है, और अब इसे पार्टी प्रमुख पद के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान पर पार्टी प्रमुख की दौड़ में उनका नाम तेज़ी से उभरने लगा है।

दरअसल, पार्टी प्रमुख पद का चुनाव सितंबर में कराने की तैयारी की जा रही है। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के तत्क्षण—जो कि 9 सितंबर को हो सकता है—बैठकर इस चुनाव को पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। पार्टी एक नई पार्टी प्रमुख का चयन 28 सितंबर से पहले ही कर लेना चाहती है।

45 मिनट की मुलाकात

केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की रविवार शाम को दिल्ली स्थित संघ कार्यालय, केशवकुंज में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत से बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट चर्चा हुई, जिसके बाद शिवराज सीधे दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।

श्रद्धा में शामिल कार्यक्रम

इस बैठक से पहले शिवराज सिंह चौहान गायत्री परिवार के एक कार्यक्रम में प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में उपस्थित थे। मंच पर उनसे गायत्री परिवार के डॉ. चिन्मय पंड्या और केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम के बाद शिवराज सीधे संघ कार्यालय गए और शांति पूर्वक आयोजित बंद बैठक में भाग लिया। बैठक के बाद वे भोपाल रवाना हो गए ताकि नियोजित कार्यक्रम में भाग ले सकें।

क्यों हैं शिवराज सबसे उपयुक्त

  • शिवराज सिंह चौहान ने छह बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और चार बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं।
  • मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने “लाडली बहना योजना” जैसी पहलों की शुरुआत की, जो विधानसभा चुनाव में निर्णायक साबित हुई और व्यक्तिगत रूप से दूसरे राज्यों के लिए भी रोल मॉडल बन गई।
  • वे 13 साल की उम्र में ही आरएसएस से जुड़ गए थे और आपातकाल के दौरान जेल भी गए थे।
  • ओबीसी वर्ग से आने के बावजूद उनके खिलाफ मोदी–शाह के पास कोई नकारात्मक बिंदु नहीं है।
  • 2005 में वे मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
  • संगठन की दृष्टि से शिवराज सिंह चौहान सबसे ऊपर पसंदीदा नेता माने जाते हैं।

पिछले अध्यक्ष का कार्यकाल और विस्तार

मौजूदा पार्टी प्रमुख जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो गया था। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसे जून तक बढ़ाया गया था। अप्रैल-मई की विधानसभा चुनावों के चलते संगठनात्मक चुनाव की तैयारी में छह महीने लगते हैं, इसलिए जून में नड्डा का कार्यकाल छह महीने और बढ़ाया गया था। वे फरवरी 2020 में पार्टी प्रमुख बने थे। अब संगठन में नए पार्टी प्रमुख को लेकर चर्चाओं में तेजी आ गई है। उल्लेखनीय है कि नड्डा वर्तमान में मोदी कैबिनेट का हिस्सा हैं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाल रहे हैं। उन्हें इस प्रधानमंत्री नेतृत्व वाली सरकार में पार्टी प्रमुख के पद से हटाकर कोई नया नेतृत्व निभाने के लिए तैयार किया जा रहा है।