The Duniyadari: दुर्ग जिले के सिकोला बस्ती जैतखाम में एक पति-पत्नी की दर्दनाक कहानी सामने आई है। पेंटर तिलक कुर्रे (50) और उनकी पत्नी शीतल (40) ने आर्थिक तंगी और बीमारी के कारण अपनी जान दे दी। तिलक ने 31 अगस्त को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जबकि शीतल ने अस्पताल में इलाज के दौरान 1 सितंबर को दम तोड़ दिया।
आर्थिक तंगी और बीमारी की मार
– तिलक कुर्रे पेंटर थे और शीतल मजदूरी करती थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी।
– बड़ा बेटा मारपीट के एक केस में जेल में है, जबकि छोटा बेटा (17) घर का खर्च चला रहा था।
– शीतल को आंत की बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिसका ऑपरेशन सफल रहा, लेकिन अस्पताल के खर्च ने परिवार की आर्थिक स्थिति और खराब कर दी।
परिवार की जिम्मेदारी और दुखद अंत
– परिवार ने शीतल को पति की मौत की खबर नहीं दी, लेकिन एक घंटे बाद ही शीतल की हालत बिगड़ने लगी।
– डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद शीतल ने सुबह 5 बजे दम तोड़ दिया।
– अब दोनों बच्चे अकेले हैं, एक जेल में है और दूसरा नाबालिग है। मोहल्ले वाले कहते हैं कि यह दंपती जीवनभर साथ रहा और मौत भी उन्हें ज्यादा देर अलग नहीं रख सकी ।