गुरेरा ग्राम के हसनपुर में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ आस्था का महापर्व छठ, वाराणसी के घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

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The Duniyadari : वाराणसी गुरेरा,हसनपुर:

आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में हुआ। तड़के से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सजधजकर सूर्योदय से पहले ही घाटों पर पहुंचकर पूजा की तैयारियां शुरू कर दीं।

गंगा घाटों पर दूध, गंगाजल, फल और ठेकुआ से भरे डाले सजाए गए थे। जैसे ही पूर्व दिशा में सूर्य की पहली किरणें फूटीं, श्रद्धालुओं ने जल में खड़े होकर उगते सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। घाटों पर “छठ मइया के जयकारे” और “ऊगा सूरज देव” के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

इस अवसर पर ग्राम गुरेरा निवासी समाजसेवी सुनील यादव ने कहा कि “छठ पर्व भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह त्योहार न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि परिवार और समाज में एकता, अनुशासन और स्वच्छता का संदेश भी देता है। हमें इस पर्व से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मकता फैलाने की दिशा में कार्य करना चाहिए।”

चार दिन तक चले इस पर्व में श्रद्धालुओं ने उपवास, संध्या अर्घ्य और आज के उषा अर्घ्य के साथ व्रत का समापन किया। वाराणसी के अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, राजघाट समेत सभी घाटों पर भव्य और शांतिपूर्ण तरीके से पूजा संपन्न हुई।