The Duniyadari : बिलासपुर में कांग्रेस नेता एवं जनपद उपाध्यक्ष नीतेश सिंह की हत्या की साजिश रचने वाले आरोपियों को पुलिस ने सिर्फ 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे षड्यंत्र का मास्टरमाइंड कांग्रेस से निष्कासित नेता विश्वजीत अनंत निकला। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है—जिसमें दो देसी पिस्टल, एक कट्टा, चार जिंदा कारतूस, पांच मैगजीन, 13 खाली खोखे, 10 बुलेट और पांच मोबाइल फोन शामिल हैं।
घटना 28 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे मस्तूरी मेन रोड पर हुई थी। दो मोटरसाइकिलों पर सवार हमलावरों ने नीतेश सिंह और उनके साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में उनके सहयोगी राजू सिंह और चंद्रभान सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना के बाद पुलिस की एसीसीयू (साइबर सेल) और मस्तूरी थाने की संयुक्त टीम ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से सभी आरोपियों की पहचान कर ली। पुलिस ने बताया कि नीतेश सिंह और विश्वजीत अनंत के बीच जमीन सौदेबाजी और राजनीतिक दबदबे को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। दो वर्ष पूर्व हुई मारपीट की घटना में विश्वजीत गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसके बाद उसने बदले की नीयत से हत्या की योजना बनाई।
पुलिस जांच से यह भी सामने आया कि हत्या की साजिश पहली बार 25 अक्टूबर को रची गई थी, लेकिन असफल रहने पर आरोपियों ने 28 अक्टूबर को वारदात को अंजाम दिया। साजिश में शामिल तारकेश्वर पाटले ने एक लाख रुपये की रकम मुहैया कराई थी, जिसे बाद में आरोपियों में बांटा गया।
गिरफ्तार आरोपियों में —
विश्वजीत अनंत (29 वर्ष), अरमान उर्फ बलमजीत अनंत (29 वर्ष), चाहत उर्फ विक्रमजीत अनंत (19 वर्ष), तीनों निवासी ग्राम मोहतरा; मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस (29 वर्ष), निवासी भारतीय नगर; मोहम्मद मतीन उर्फ मोंटू (22 वर्ष), निवासी अटल आवास कोनी, तथा दो किशोर शामिल हैं।
पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 109, 3(5) बीएनएस, 25 और 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। एसएसपी ने बताया कि साजिश में शामिल अन्य सहयोगियों की पहचान कर कार्रवाई जारी है।




























