The Duniyadari.com: जगदलपुर। कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा के समाप्त होने के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान में लगातार दूसरी बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। आंध्र प्रदेश के मारेडुमिल्ली इलाके में बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने सात नक्सलियों को मार गिराया। इनमें तीन महिला नक्सली भी शामिल हैं।
मारे गए उग्रवादियों में एक की पहचान मेटुरी जोगा राव उर्फ ‘शंकर’ के रूप में हुई है। शंकर AOB (आंध्र–ओडिशा बॉर्डर) डिवीजन का तकनीकी विशेषज्ञ था और विस्फोटक बनाने से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट सिस्टम तक, संगठन की तकनीकी गतिविधियों में उसकी प्रमुख भूमिका थी।
ऐसे शुरू हुई मुठभेड़
तड़के ग्रेहाउंड फोर्स और स्थानीय पुलिस संयुक्त टीम के रूप में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी। घने जंगलों के भीतर पहुंचते ही नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की और करीब एक घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी रही।
ऑपरेशन खत्म होने के बाद इलाके से सात नक्सलियों के शव बरामद किए गए।
अधिकारियों के अनुसार, मारे गए नक्सली हाल के दिनों में बस्तर और AOB क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा दबाव को देखते हुए लगातार मूवमेंट में थे।
मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद
ऑपरेशन क्षेत्र से जो हथियार और सामग्री मिली है, वह इस बात का संकेत है कि नक्सली किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। बरामद सामान में शामिल है—
- AK-47 राइफल – 2
- AK-47 मैगज़ीन – 5
- AK-47 के 72 राउंड
- SBBL गन – 5
- SBBL के 34 राउंड
- .303 राइफल – 1
- .303 के 24 राउंड
- कॉर्डेक्स वायर – 3 किलो
- 18 डेटोनेटर
- कई किटबैग और नक्सली साहित्य
विस्फोटक और वायरिंग सामग्री की मात्रा यह दर्शाती है कि मारा गया दल तकनीकी रूप से प्रशिक्षित था और किसी संगठित हमले की तैयारी में था।
लगातार दूसरे दिन सुरक्षा बलों की बड़ी कामयाबी
इस क्षेत्र में यह दूसरा बड़ा ऑपरेशन है। ठीक एक दिन पहले ही मंगलवार को सुरक्षाबलों ने माडवी हिडमा, उसकी पत्नी राजे और उसके पर्सनल गार्ड समेत छह नक्सलियों को ढेर किया था।
दो दिनों की इन कार्रवाइयों ने नक्सल संगठन की संरचना पर भारी असर डाला है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि अभियान आगे और तेज किया जाएगा।














