“नीतीश के 10वें मंत्रिमंडल में परिवारवाद की धमक, 10 मंत्री सीधे राजनीतिक परिवारों से”

8

The Duniyadari : पटना। नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री, नए मंत्रिमंडल में परिवारवाद की चर्चा

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दसवीं बार शपथ ली। उनके साथ 26 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। लेकिन शपथ ग्रहण के कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने नए मंत्रिमंडल को लेकर सवाल खड़े कर दिए।

राजद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि नए मंत्रिमंडल में 26 में से 10 मंत्री ऐसे हैं जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि परिवार से जुड़ी हुई है। इसे लेकर विपक्ष ने “परिवारवाद” की आलोचना शुरू कर दी है।

परिवारवादियों की सूची में शामिल हैं:

  • पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश
  • पूर्व मंत्री महावीर चौधरी के पुत्र और समस्तीपुर सांसद के पिता अशोक चौधरी
  • पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन मांझी
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पुत्री श्रेयसी सिंह
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद की पुत्रवधु रमा निषाद
  • समता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष की पत्नी लेसी सिंह
  • और अन्य कई नेता जिनके संबंध राजनीतिक परिवारों से हैं

राजद ने तंज कसते हुए कहा कि वे परिवारवाद के घोर विरोधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आशीर्वाद से बिहार में परिवारवाद को खत्म करके नया बिहार बनाएंगे।

विशेष रूप से ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ नेताओं को बिना चुनाव लड़े मंत्री बना दिया गया है, जैसे कि उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश। वहीं, मांझी के बेटे संतोष सुमन की भी मंत्री के रूप में वापसी हुई है।

नए मंत्रिमंडल को लेकर राज्य की राजनीति में परिवारवाद और पारिवारिक प्रभाव पर चर्चा जोर पकड़ रही है और विपक्ष इसे बड़े मुद्दे के रूप में पेश कर रहा है।