नई दिल्ली।अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की माइनिंग कंपनी वेदांत रिसोर्सेज लिमिटेड (Vedanta Resources Ltd) की नजर बीपीसीएल (Bharat Petroleum Corp Ltd) और दूसरी सरकारी कंपनियों पर है और इसके लिए वह 10 अरब डॉलर का फंड बनाने जा रही है। अग्रवाल ने गुरुवार को दुबई में रॉयटर्स के साथ एक इंटरव्यू में यह बात कही। सरकार बीपीसीएल में अपनी पूरी 53 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश में है जिसकी कीमत 6 अरब डॉलर के करीब है।
अग्रवाल ने कहा कि कंपनी 10 अरब डॉलर का फंड बनाने की प्रोसेस में है। कंपनी की नजर न केवल बीपीसीएल पर है बल्कि वह प्राइवेट होने जा रही दूसरी सरकारी कंपनियों में भी संभावनाएं तलाश रही है। कंपनी यह फंड अपने संसाधनों और बाहरी निवेश से बनाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि कंपनी बीपीसीएल को खरीदने के लिए कर्ज ले सकती है। सभी लार्ज फंड हमसे जुड़ना चाहते हैं और पैसों की कोई समस्या नहीं होगी।
एक दशक में कई गुना बढ़ा रेवेन्यू
वेदांत का मुख्यालय लंदन में है। इसकी स्थापना अग्रवाल ने 2003 में की थी और पिछले एक दशक में इसका सालाना रेवेन्यू 10 लाख डॉलर से बढ़कर 15 अरब डॉलर पहुंच गया है। भारत के अलावा कंपनी का माइनिंग कारोबार दक्षिण अफ्रीका में फैला है। यूएई के Fujairah Free Zone में कंपनी का प्लांट है। कंपनी साथ ही सऊदी अरब में जिंक, गोल्ड और मैग्नीशियम माइन्स की संभावनाएं तलाश रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 2 अरब डॉलर निवेश की जरूरत होगी।