रायपुर। कश्मीरी पंडितों के पलायन Exodus of Kashmiri Pandits की हकीकत पर बनी फिल्म द कश्मीर फ़ाइल The Kashmir File का मुददा आज शून्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ विधान में गूंजा। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल BJP MLA Brijmohan Agarwal ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया है कि, टॉकिज संचालकों पर दबाव डालकर फ़िल्म नहीं चलाने की क़वायद की जा रही है। विपक्ष की ओर से इस मुद्दे को अभिव्यक्ति की आज़ादी से जोड़ इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बाधा डालने की कोशिश वाला बताया।
सदन में बृजमोहन अग्रवाल ने यह विषय उठाया और कहा यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है…एक फ़िल्म सच बता रही है तो उसे ना देख पाएं यह क़वायद हो रही है। जिन जगहों पर द कश्मीर फाईल लगी है, वहाँ पूरी टिकट नहीं बिकती और सामने हाउसफ़ुल का बोर्ड लगाया जा रहा है।
पीवीआर मल्टीप्लेक्स में हाउसफुल के बोर्ड को लेकर भाजपा ने मचाया हंगामा
बता दें कि आज राजधानी रायपुर के मल्टीप्लेक्स पीवीआर में कुछ भाजपा नेता’द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखने पहुंचे थे। इस दौरान कुछ लोगों को टिकट नहीं मिल पाया, लेकिन जब लोग अंदर फिल्म देखने गए तो पूरा थिएटर खाली पड़ा था और बाहर हाउसफुल का बोर्ड लगा कर टिकटें नहीं दी जा रही थीं। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ।
फिल्म देखने गए भाजपा नेता अमरजीत छाबड़ा ने बताया हमने फिल्म देखी, थिएटर हॉल के अंदर आधी से ज्यादा कुर्सियां खाली थीं। बाहर हाउसफुल का बोर्ड लगाकर लोगों को लौटाया जा रहा था। इसलिए हमने अपना विरोध भी दर्ज करवाया। थिएटर प्रबंधकों की सफाई यह थी कि प्रशासन की तरफ से 50% से अधिक की अनुमति नहीं है।
आश्चर्य हुआ यदि कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा तो फिर एक एक सीट छोड़कर टिकट नंबर देकर उस अनुसार बैठाना चाहिए और पूरे थिएटर में कहीं भी फिल्म से संबंधित पोस्टर नहीं लगे थे। भाजपा नेताओं ने कहा है कि आधी से कम टिकटें बेचना और हाउसफुल बता देना, किसी साजिश की ओर इशारा करता है।