KORBA: बड़के साहेब की कृपा : कम्पाउंडर बना स्टोर कीपर… अब मेडिकल कॉलेज सामग्रियों के खरीद का भी प्रभार

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कोरबा। जिले के एक साहेब को मिली गजबे जिम्मेदारी को जानकर सब हैरान हैं। असल मे जिला चिकित्सालय में जो कम्पाउंडर है वो स्टोर और खरीदी के प्रभारी हैं। और तो और छोड़िये उनके बड़के साहेब ने।अब उन्हें मेडिकल कॉलेज के सामग्रियों की खरीदी की भी जिम्मेदारी सौंप दी है।

 

प्रकरण जिला चिकित्सालय यानी मेडिकल कॉलेज का हैं। हॉस्पिटल में पदस्थ कम्पाउंडर पिछले 10 वर्षों से पदस्थ हैं लेकिन अस्पताल में पदस्थ उच्च अधिकारियों की रहमो करम से उन्होंने कभी कम्पाउंडर का काम नहीं किया। हां ये बात अलग है कि वे स्टोर प्रभारी बनकर दवा के आबंटन की खरीदारी की प्रक्रिया से लेकर आबंटन में रोल निभाकर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ करते रहे हैं।

हॉस्पिटल में होने वाले विभागीय कार्यो की जिम्मेदारी भी इन्ही महाशय के कंधों पर हैं। कम्पाउंडर से स्टोर कीपर बने यानी बड़के प्रभाव से उन्हें फिर मलाई वाला यानी मेडिकल कॉलेज के लिए लगने वाले सामग्री खरीदी की जिम्मेदारी दी गई हैं।

खबरीलाल की माने तो पूर्व में उनके स्टोर कीपर पद में रहते खरीदी और दवा वितरण कार्य मे जमकर धांधली हुई है। इसके बाद भी उन्हें फिर खरीदी की जिम्मेदारी देना समझ से परे हैं।