अपनों की न हुई खाकी: महिला कांस्टेबल से अभद्रता-लूट और झाड़ियों में खींचने की वारदात SHO ने छिपाई, अब गिरी गाज

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न्यूज डेस्क।यह एक्सक्यूज कोई एक्सक्यूज नहीं है, मैं आपके एसएचओ को सस्पेंड कर रही हूं, मुझे ऐसा एसएचओ नहीं चाहिए। महिला सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले कोतवाली प्रभारी को निलंबित करने की यह बात एक पुलिस अधिकारी से करते हुए कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का वीडियो वायरल हो गया। यह वीडियो कमिश्नरेट के अधिकारियों और कर्मचारियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने गुरुवार को यह कार्रवाई बुधवार रात बदमाशों द्वारा महिला कांस्टेबल से अभद्रता किए जाने, मोबाइल छीनने, झाड़ियों में खींचकर ले जाने की घटना को छुपाने के प्रयास पर की है। पुलिस कमिश्नर की इस कार्रवाई की जिले में चर्चा है। जिले की एक कोतवाली में तैनात महिला कांस्टेबल बुधवार रात अपनी स्कूटी से ड्यूटी के लिए कोतवाली जा रही थी। खेड़ा मोहम्मदाबाद गांव के पुल के पास कुछ अज्ञात युवकों ने उसे रोक लिया और अभद्रता करते हुए जबरन झाड़ियों के पीछे खींचने का प्रयास किया।
महिला पुलिसकर्मी के शोर मचाए जाने पर बदमाश उनका मोबाइल लूटकर मौके से फरार हो गए। महिला कांस्टेबल ने इसकी जानकारी कोतवाली प्रभारी रबूपुरा को दी। आरोप है कि थाना प्रभारी विवेक कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाये पूरे मामले को छिपाने का प्रयास किया। इस मामले में थाना प्रभारी रबूपुरा का कहना है कि महिला पुलिसकर्मी रात्रि के समय ड्यूटी पर जा रही थी।
वह खेड़ा मोहम्दाबाद गांव के पास स्कूटी रोक कर अपने मोबाइल फोन से बातें कर रही थी, उसी दौरान एक शराबी युवक ने उनसे रास्ता पूछा। महिला पुलिसकर्मी कोई जवाब देती इससे पहले शराबी उसके हाथों से मोबाइल फोन छीन कर भाग गया। उन्होंने महिला कांस्टेबल के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार होने से इनकार किया। गुरुवार सुबह सोशल मीडिया पर महिला पुलिस कर्मी के साथ अभद्रता की बात मीडिया में वायरल हुई तो मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामला संज्ञान में आने पर तत्काल प्रभाव से रबूपुरा कोतवाली प्रभारी विवेक कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है।
लगातार हो रही थी लापरवाही
कोतवाली क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि यह पहला मामला नहीं जब थाना प्रभारी ने घटना के बाद लापरवाही की थी। इससे पहले तीन दिन में किसानों को बंधक बनाकर पशु लूटने की दो वारदात हुईं। लगातार खनन की भी शिकायतें आला अधिकारियों को मिल रही थीं।