अफसर जोड़े ने शादी में ली ऐसी शपथ, परिवार वालों में मच गया बवाल

0
541

न्यूज डेस्क।भारतीय डाक सेवा के अधिकारी शिवम त्यागी (Indian Postal Service officer Shivam Tyagi) और भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी आर्या आर नायर (Indian Revenue Service officer Arya R Nair) की शादी अपने अनोखे शपथ के लिए चर्चा में है। दोनों 27 जनवरी को केरल के कोट्टायम जिला स्थित एक सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी के बंधन में बंधे थे। शादी बेहद शांत माहौल में सादगी से हुई लेकिन नवविवाहितों द्वारा ली गई शपथ सुर्खियां बटोर रही हैं।

क्या है शपथ?
शिवम और आर्या ने एक अनाथालय के 20 बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने की शपथ ली है। 2021 बैच की आईआरएस अधिकारी आर्या कहती हैं कि शादी से जुड़े उत्सवों को छोड़ने का फैसला मुश्किल था, “मेरे हर रिश्तेदार और दोस्त शादी के दिन का इंतजार कर रहे थे। वे सभी शादी के कार्यक्रमों को दो से तीन दिनों तक चलाने के लिए उत्सुक थे, क्योंकि केरल में यही चलन है।”

आर्या फिलहाल ट्रेनिंग पर हैं। शादी की अनोखी शपथ को लेकर वह कहती हैं, “मेरे माता-पिता सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हैं। शुरुआत में वह एक साधारण शादी के विचार को पचा नहीं पा रहे थे। यह काफी स्वाभाविक था क्योंकि वे कई विवाह समारोहों में शामिल हुए थे इसलिए उनकी इच्छा थी कि वह भी सभी को आमंत्रित करें। अनाथों की पढ़ाई का खर्च उठाने का हमारा फैसला रिश्तेदारों को भी रास नहीं आया था। लेकिन अब सभी हमारी सराहना कर रहे हैं।”

क्या संदेश देना चाहते हैं ऑफिसर पति-पत्नी?
इंजीनियरिंग ग्रेजुएट आर्या कहती हैं कि उनके फैसले से कई भावी दुल्हनों और दुल्हनों को महंगी शादियों को ना कहने का विश्वास मिलेगा। उन्होंने कहा, “युवाओं को विवाह समारोह आयोजित करने के मामले में समाज के दबाव का साहस से सामना करना चाहिए।”

मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले शिवम त्यागी 2020 बैच के अधिकारी हैं। अहमदाबाद में तैनात शिवम ने कहा, “सरल शादी का आइडिया आर्या से आया। यह मेरे रिश्तेदारों के लिए एक सांस्कृतिक सदमा था क्योंकि वह उत्सव की उम्मीद कर रहे थे। आने वाले वर्षों में भी हम अनाथालय में छात्रों को उनके शैक्षिक खर्चों को पूरा करने में मदद करेंगे।”

शादी के एक दिन बाद 28 जनवरी को दोनों शिवम के परिवार वालों से मिलने दिल्ली गए। गुरुवार को शिवम ने अहमदाबाद में अपना काम करना शुरू कर दिया, जबकि आर्य को प्रशिक्षण के लिए गुजरात स्थानांतरित कर दिया गया।