CG :सिर पर पेटी उठाकर पैदल यात्रा, विभाग के उच्च अफसरों पर शोषण का आरोप..पुलिस आरक्षक ने अपने ही विभाग के खिलाफ लगाए कई आरोप..

0
436

भिलाई। सिर पर पेटी उठाकर पैदल यात्रा कर रहा ये शख्स कोई और नही बल्कि पुलिस के ही जवान है जो भ्रष्ट सिस्टम और उच्च अधिकारियों के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहा है। उन्होंने अपने ही विभाग की पोल खोलकर 8 दिसंबर 2021 को छत्तीसगढ़ के सरकार के कमेटी पर सवाल उठाया है ।

बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए आरक्षक संजीव मिश्रा ने दुर्ग के पटेल चौक से नवा रायपुर तक पैदल मार्च निकालने का ऐलान किया था, जिसके बाद भिलाई के सेक्टर 5 चौक पर दुर्ग पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया,बताया जा रहा है कि आरक्षक संजीव मिश्रा के खिलाफ बस्तर के बीजापुर दंतेवाड़ा सुकमा में गंभीर अपराध दर्ज है, इसलिए उसे बीजापुर पुलिस के कहने पर गिरफ्तार किया गया है।

 

संजीव मिश्रा पिछले 13 सालों से पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में पदस्थ है, सीआईडी विभाग में पदस्थ है, संजीव मिश्रा का कहना है पिछले 13 सालों से वरिष्ठ अधिकारी लगातार पुलिस कर्मियों का शोषण कर रहे हैं, उन्हें प्रताड़ित कर यातना दे रहे हैं, आरक्षक संजीव मिश्रा का कहना है कि 8 दिसंबर 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया, जिसमें एडीजी हिमांशु गुप्ता को प्रमुख बनाया गया था,तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को उम्मीद थी की सरकार द्वारा कुछ बेहतर किया जाएगा और उनके समस्याओं का निराकरण भी होगा,लेकिन ऐसा नहीं हो पाया पुलिस विभाग के तीसरे और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ के अंतिम बजट में कुछ भी नहीं दिया गया, इसके कारण भी छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान हताश है इन्हीं मुद्दों को लेकर संजीव मिश्रा दुर्ग से रायपुर तक पदयात्रा करते हुए अपना इस्तीफा सौंपने जा रहे थे, जिसके बाद उन्हें बीच रास्ते में ही रोक कर गिरफ्तार कर लिया गया, आरक्षण संजीव मिश्रा ने बताया कि में पुलिस के सीआईडी शाखा में पदस्थ हूं। 13 साल से पुलिस विभाग में कार्यरत हूं,परंतु 13 साल से पुलिस विभाग के अधिकारियों के योजनाओं व प्रताड़नाओं के कारण आज मैं पैदल चलकर रायपुर मुख्यालय जा रहा हूं, उन्होंने कहा कि हमारे साथी उज्जवल दीवान के द्वारा 45 बिंदु की मांग को लेकर राज्य सरकार को दे दी गई, उसमें एक कमेटी भी बनाई गई, लेकिन सवा साल बीतने के बाद भी हमें अब तक मूलभूत सुविधा नहीं मिल पा रहा है,उस आंदोलन के लिए हमारे ऊपर गलत धारा लगाकर जेल भेजा गया था, फिर एक बार हमारी मांग को लेकर पेटी लेकर पैदल निकला हूं,फिर एक बार पुलिस वाले झूठे आरोप में हमे गिरफ्तार करना चाह रहे है,पुलिस हेड क्वार्टर जाकर मैं त्यागपत्र दूंगा.