कोरबा: ”कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी, दिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी ”… अपनी ही सरकार में दुखी है कोरबा के कांग्रेसी, दिल्ली से आए संगठन सहप्रभारी सामने फूट पड़ा दुखड़ा, जानें किसने क्या कहा…

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कोरबा। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कार्यकर्ताओं का नब्ज टटोलने कोरबा पहुंचे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व संगठन सहप्रभारी विजय जांगिड़ जिले के कांग्रेस जनों की बात सुनकर अवाक रह गए। जिले के खादीवाले नेताओं को इस बात की शिकायत है कि उनकी बात न तो पुलिस सुनती है और न अफसर । सवाल ये है कि गांधी को मानने वाले नेताओं का पुलिस थाने या तहसील में क्या काम..! मगर दिल्ली वालों को कौन समझाए कि कोयला की नगरी कोरबा में बिना कालेपीले नेतागिरी नहीं चलती। और ऐसे में अगर उनकी कोई सुनवाई न हो तो ऐसी नेतागिरी के क्या फायदे।

दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व संगठन सहप्रभारी विजय जांगिड़ 15 अप्रैल को कोरबा प्रवास पर पहुंचे। जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शाम तक चली बैठक में संगठन पर कम शिकवे शिकायत पर ज्यादा बात हुई।

दरअसल बैठक में जिले के कांग्रेसी एक-एक कर आए और उन्हें बताया कि अपने ही राज में वह कितने प्रताड़ित हैं। कांग्रेसियों ने जांगिड़ को यहां तक कह डाला कि विपक्ष में हम ज्यादा सुखी थे। अब तो थाना, चौकी में भी हमारी नहीं सुनी जाती। उल्टा हमारे ऊपर ही मामला बन जाता है।

 

इस बैठक में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के अलावा कांग्रेसी विधायक मोहित राम केरकेट्टा, पुरुषोत्तम कंवर बैठक में मौजूद रहे। मेयर राजकिशोर प्रसाद, शहर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सपना चौहान व ग्रामीण अध्यक्ष सुरेंद्र जायसवाल सहित जिले में कांग्रेस के सभी प्रमुख पदाधिकारी कांग्रेस कार्यालय में मौजूद थे।

बैठक में कांग्रेसी नेत्री व सांसद ज्योत्सना महंत की बेहद करीबी उषा तिवारी अपनी बात रखने से खुद को रोक नहीं पाई। उनका कहना था कि
अपने 30 साल से अधिक के कैरियर में ऐसा कभी नहीं देखा। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जिला बदर तक कर दिया गया। उन्हें जानबूझकर प्रताड़ित किया गया, येन केन प्रकारेण अलग-अलग तरह के मामले बनाए गए।

उषा तिवारी यहीं नहीं रूकी ​बल्कि यहां तक कह डाला कि यह दुर्भाग्य है एक-एक कार्यकर्ता आज अपने ही सरकार होते हुए भी बेहद प्रताड़ित है। खासतौर पर कोरबा शहर के कार्यकर्ता अधिक प्रताड़ित हैं।

शहर अध्यक्ष सपना चौहान जो कि पार्षद भी हैं, उन्होंने कहा कि बीते 11 तारीख को मेयर इन काउंसिल की बैठक चल रही थी। इसी दौरान कांग्रेसी पार्षद अमरजीत हमारे साथ ही थे, और उनके ऊपर एफआईआर दर्ज हो गया। सीधे-सीधे अराजकता का माहौल है, जानबूझकर हमें प्रताड़ित किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि राताखार क्षेत्र के पार्षद रवि चंदेल भी बैठक में मौजूद थे। रवि ने कहा कि वर्तमान में हमारा कोई छोटा काम भी यदि अटका हो तो, पूरा नहीं हो पाता। शासन प्रशासन के अधिकारी हमारी एक नहीं सुनते, उल्टे हमें चलता कर दिया जाता है।

पूर्व पार्षद सीताराम चौहान ने कहा कि थाना चौकियों में जब हम अपने लोगों कोई रियायत दिलवाने जाते हैं, तब उल्टे हमारे ऊपर ही दबाव बनाया जाता है। जब अधिकारियों को पता चलता है कि हम कांग्रेसी हैं, तब उल्टा हमारे ऊपर कैसे मामला बनाया जाए, इस दिशा में वह सक्रिय हो जाते हैं।

कार्यकर्ताओं की बात सुनकर हतप्रभ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव जांगिड़ बस इतना ही आश्वासन दे पाए कि इन सभी बातों को ऊपर तक जरूर पहुंचाएंगे।