कोरबा। पसान थाना के कोरबी चौकी के पुलिया के पास रोड किनारे मिली रूपसिंह उर्रे की लाश के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक का पुत्र ही अपने पिता का हत्यारा निकला। रोजरोज के विवाद से तंग आकर बेटे ने ही पिता की हत्या कर उसकी लाश को पुलिया के पास रोड किनारे फेंक दिया था।
कोरबी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नवापारा पण्डरीपानी के रहने वाला कृष्ण कुमार ने गत 15 जून को चौकी कोरबी में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका चाचा रूपसिंह उर्रे गत 14 मई को गांव रूपचंद के घर राजमिस्त्री का काम करने गया था जो रात्रि में घर नहीं आया। घटना के दूसरे दिन 15 जून को गांव के ही पुलिया के पास रोड किनारे रूपसिंह उर्रे की लाश मिली। मृतक के सिर, शरीर,माथा, आंख और सीना में गंभीर चोट के निशान थे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को जांच में लिया था। केस की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी ईश्वर त्रिवेदी के दिशा निर्देश में थाना प्रभारी पसान निरीक्षक राजेश जांगडे, साइबर सेल कोरबा प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी एवं उप निरीक्षक नवल साव की टीम गठित की गई थी।
विवेचना के दौरान टीम ने सभी तथ्यों पर बारीकी से जांच व संदेहियों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान मृतक का पुत्र संतकुमार उर्रे बार .बार अपने बयान को बदल कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर टूट गया और अपराध धारा घटित करना स्वीकार करते हुए बताया उसका पिता रूपसिंह आए दिन वाद विवाद करता था। घटना के दिन भी दोनों में विवाद हुआ था। इसी तंग आकर उसने पिता को जान से मारने की नीयत से फावड़ा व सब्बल से सिर, सीना, माथा, आंख और शरीर में संघातिक वार कर उसकी हत्या कर दी साथ साक्ष्य छिपाने घर से घटनास्थल नवापारा पण्डरीपानी पुलिया रोड किनारे ले जाकर उसकी लाश को ठिकाने लगा दिया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त फावड़ा, सब्बल, वस्त्र में लगे खून के दाग धब्बे को बरामद कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा दिया है।
उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक राजेश जांगडे थाना प्रभारी पसान, निरीक्षक सनत सोनवानी, प्रभारी साइबर सेल कोरबा, उप निरीक्षक नवल साव चौकी प्रभारी कोरबी, एएसआई नंदलाल टंडन, आरक्षक श्याम गबेल, पुष्पेंद्र पटेल, रामधन पटेल, विकास कोसले, रामकुमार पटेल, दुष्यंत गोभिल एवं सायबर टीम के सउनि राकेश सिंह, प्रधान आरक्षक गुनाराम सिन्हा, राजेश कंवर, आरक्षक सुशील यादव, प्रशांत सिंह, रितेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।