Grabbed Money : पुराने निर्माण को नया बताकर मुक्तिधाम के पौने दो लाख हड़पे सचिव ने

0
55

कोरबा। Grabbed Money : कोरबा जिले के कटघोरा ब्लॉक अंतर्गत अरदा ग्राम पंचायत के सरपंच- सचिव ने बिना मुक्तिधाम निर्माण कराए ही पंचायत मद से पौने दो लाख रुपये डकार लिए। इतना ही नही बोर मरम्मत के नाम से भी डेढ़ लाख से अधिक की राशि निकाले गए है। जितनी राशि बोर मरम्मत के नाम पर फर्जी तरीके से निकाले गए है, उतने तो पूरे गांव के हैण्डपंपों में बोर नहीं लगाया गया होगा।

गांव के विकास और मूलभूत काम कराने के लिए सरकार हर ग्राम पंचायतों को वहां की जनसंख्या के हिसाब से लाखो रुपये देती है। ऐसे ही अरदा ग्राम पंचायत मद में भी लाखों रुपये जारी किया गया था जहां के सरपंच श्रवण कुमार तंवर ने सचिव के साथ मिलीभगत कर जमकर अनियमितता को अंजाम दिया और फर्जी प्रस्ताव बनाकर लाखो रुपये भी डकार लिए। बताया जा रहा है कि सरपंच- सचिव ने मुक्तिधाम निर्माण के नाम पर बाउचर की तिथि 15 मई 2020 को मूलभूत मद से 1 लाख 76 हजार 7 सौ रुपए की राशि तो जरूर निकाले लेकिन मौके पर एक ढेला का भी काम नही कराया और वर्षों पूर्व निर्मित मुक्तिधाम को नव निर्माण बताकर आहरण की गई पूरी राशि दबा दी गई। वैसे ही बोर मरम्मत के नाम पर 15वें वित्त से बाउचर तिथि 30 जुलाई 2021 की स्थिति में 4 किस्तों में 1 लाख 62 हजार की राशि आहरित की गई, जबकि जितनी राशि हेंडपम्प मरम्मत हेतु निकाली गई उतने सबमर्सिबल पम्प गांव के हैण्डपम्पों में स्थापित नही किये गए होंगे। अब ऐसे में इस ग्राम पंचायत की जनता भी सोचने को मजबूर है कि आखिर किनके शह पर सरपंच- सचिव के हौसले इतने बुलंद है कि गांव विकास के लिए सरकार से जारी जनता के पैसे का बेखौफ होकर दुरुपयोग किया जा रहा है।

फर्जी साइन करने पंचो का आरोप

कुछ पंचों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर सरपंच- सचिव के ऊपर आरोप लगाते हुए बताया है कि वे फर्जी तरीके से पंचो का साइन कर प्रस्ताव बना लेता है और फ़र्ज़ी व्यक्तियों के नाम से चेक काट कर पैसे आहरण भी कर लेते है तथा विकास की ज्यादातर राशि सरपंच- सचिव के द्वारा भ्रष्ट्राचार कर गबन की जा रही है जिससे अरदा पंचायत अनेक विकास कार्यों से कोसो दूर है। वहीं सरपंच श्रवण कुमार तंवर का तर्क है कि निर्माण कार्यों पर भारी- भरकम कमीशन राशि देना पड़ता है तो सही काम कैसे होगा। अब सवाल यह उठता है की क्या कमीशन के खेल में ही भ्रष्ट्राचार की स्थिति निर्मित होती है? फिलहाल इस पंचायत में मूलभूत, 14वें- 15वें वित्त मद से कराए गए सभी कार्यों के जांच की अपेक्षित मांग यहां के ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से की है।