रायपुर। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस महीने छत्तीसगढ़ में दो नए मामलों में एफआईआर दर्ज की की है। जल जीवन मिशन और चावल सप्लाई में कथित गड़बड़ी में मामले दर्ज किए हैं। अब छत्तीसगढ़ में ईडी कुल 6 मामलों की जांच कर रही है। जिनमें कोल परिवहन, सट्टे में मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और आबकारी गड़बड़ी आदि शामिल हैं।
ईडी ने इस वर्ष डीएमएफ में कथित गड़बड़ी पर भी एफआईआर भी दर्ज की थी। पिछले साल 540 करोड़ के कोल परिवहन, सट्टेबाजी में हवाला और आबकारी में 2000 करोड़ की कथित गड़बड़ी का केस दर्ज किया था। अगस्त में ईडी ने नया केस दर्ज किया है, जो जल जीवन मिशन में गड़बड़ी से जुड़ा मामला है। कुल 6 केस में 4 केस में छापेमारी और जांच चल रही है। दो नए केस मामले की चांज प्रारंभिक चरण में है। सूत्रों के अनुसार ईडी इस सप्ताह जलजीवन मिशन और चावल सप्लाई की जांच भी भी शुरू कर देगी। आगामी समय में ईडी नए केस में छापेमारी और कार्रवाई और तेज करेगी। दूसरी ओर पिछले दिनों से ईडी सट्टेबाजी में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला कनेक्शन की जांच कर रही है। इसमें चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बुधवार को चारों के यहां छापा पड़ा था।
विदेश में पैसे का ट्रांसफर
कोर्ट ने एएसआई समेत समेत 4 आरोपियों को 6 दिन के रिमांड पर भेजा है। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने मीडिया से चर्चा में कहा कि
महादेव ऐप जो है, एक बेटिंग एप है, जो लीगल एप नहीं है । महादेव एप में बैटिंग करवाकर बहुत सारा पैसा कमाया गया है। हवाला के थ्रू न सिर्फ इंडिया में बहुत अलग-अलग लोगों को ट्रांसफर किया गया है बल्कि विदेश में भी इसका ट्रांसफर हुआ है । उसे रिलेटेड एक फिर मोवा नगर थाना दुर्ग में रिपोर्टर दर्ज की गई थी। जिसके अंतर्गत मनी लांड्री प्रारंभ किया गया है। 2022 में उसका इंडिकेशन चल रहा था, तभी जो कुछ परिणाम है
मिले हैं वो प्रारंभिक है। उसके संबंध में पूछताछ के लिए लोगों को बुलाया गया है। कुछ लोगों के घर में सर्च किया गया । कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। इसके बाद आवश्यकात पड़ने पर कस्टडी में लेकर के उनसे और सर्च की जाएगी। इसके कारण हम लोगों ने चार लोगों को स्टडी में लिया है।
29 अगस्त को होगी पेशी
उन्होंने कहा हमने 14 दिन की मांग की थी, लेकिन न्यायालय ने हमें तर्कों को दोनों पक्षों को सुनने के बाद 6 दिन की कस्टडी दी है। न्यायालय ने पाया है प्राइमर कैसे प्रमाण उपलब्ध हैं, जिसमें दोनों की उपलब्धता महादेव एप जो ऑनलाइन बेटिंग पोर्टल है , जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग करने का प्रथम दृष्टि साक्ष्य पाया गया है हमारा तर्क यह भी था कि इन लोगों से हमने रिजल्ट डिवाइसेज भी दी है। जिसका उत्तर हमको निकलना है। कंफर्मेशन करवाना है। इसके साथ और भी हम लोगों ने बुलाया है। इसमें और भी नाम सामने आए थे, उनको बुला करके पूछताछ चल रही है। उनके द्वारा दिए गए स्टेटमेंट से कंफर्म करवाना है कंफर्म पूछताछ करनी है। जिसकी हमें डिमांड की आवश्यकता थी। न्यायालय ने 6 दिन की डिमांड दी है। पेशी की डिमांड से 29 अगस्त को रखी गई है।
‘हवाला के रूप पैसे का ट्रांसफर’
ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि वकील अनिल दम्मानी एवं निखिल दम्मनी दोनों भाई हैं। इनसे जो हमने पूछताछ की है और जो संकलन किया है और उनसे पूछताछ किया, इनका जो रोल है, वह हवाला के रूप पैसे को ट्रांसफर करने का है। जो हमने जो इसमें अरेस्ट किया है
सतीश चंद्राकर को सतीश चंद्राकर का जो बेसिक रोल है। वह ऑनलाइन गेमिंग एप महादेव अप वह अपना आईडी दे करके लोगों से उसमें पैसा इनवाइट करता था। उसके बाद उसको बैटिंग में लगता था। बैटिंग जैसे क्रिकेट का गेम, लूडो का सट्टा है। यह सब पॉजिटिविटी एजेंसी को को जोड़ने के लिए कहा किया गया था। यहां पर जो पैसे का संकलन होता था, वह प्रदर्शित न हो इसीलिए करता था। हालांकि उसमें पैसे का ट्रांजैक्शन शामिल है।