कोरबा। मध्यभारत पेपर मिल बिरगहनी में डकैती व डकैती का सामान खरीदने वाले 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा ने प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन एक टाटा नेक्सान कार,एक महिंद्रा टीवीयू, एक बुलेट, 4 मोबाइल, एक गैस कटर के साथ 112 किलो तांबा जब्त किया है। पुलिस के मुताबिक इस डकैती का प्रीतम चेलकर मास्टर माइंड है। वहीं सिक्योरिटी गार्ड भी इस डकैती में शामिल था।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुल 20 लाख से अधिक का सामान जब्त किया है। डकैती में शामिल अन्य आरोपी को पुलिस तलाश कर रही है। 8-9 अक्टूबर की दरम्यानी रात 7-8 डकैत मिल के अंदर दाखिल हो गये। सभी ने गार्ड ड्यूटी में लगे गार्डो को चारो तरफ से घेरकर जान से मारने की धमकी देते हुये बंधक बना लिया।
वहीं मोबाईल छीनकर मध्य भारत पेपर मील में लगे ट्रान्सफारमर को तोड़कर उसमें का तांबा के क्वायल को अपने साथ लाये कार में ले गये। डकैत एक दुसरे का नाम संदीप प्रीतम पुकार रहे थे। रात में अंधेरा होने के वजह से चेहरा ढके होने से हम लोग डर कर उनके सामने नही पाये। आरोपियों के विरुध्द थाना जांजगीर में धारा 458,395 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान मिल में कार्यरत् सेक्युरीटी गार्ड की संलिप्तता होने से मील में कार्यरत् सेक्यरीटी गार्ड राम नारायण मिश्रा को पुछताछ किया। जिसके द्वारा कोरबा क्षेत्र के ग्राम भलपहरी और छूरी निवासी के द्वारा उक्त डकैती कि घटना घटित किये जाने की जानकारी मिली। तत्काल आरोपी कि पतासाजी हेतु रेड कार्यवाही किया गया जो ग्राम भलपहरी से मुकुन्दा यादव संतोष कुमार चन्द्राकर को एंव ग्राम छुरी से प्रितम चेलकर विश्वजीत टण्डन, संदीप खरे एंव प्रियांशु साहू को पुलिस हिरासत में लेकर मनौवैज्ञानिक तरिके से पुछताछ किया।
इससे पहले भी ये डकैत 6 और 7 अक्टूबर को डकैती का प्रयास कर चुके थे, लेकिन कामयाब नहीं हुए। उसके बाद सभी ने 8-9 अक्टूबर को डकैती की और ट्रान्सफारमर में लगे तांबा के क्वायल को एक राय होकर डकैती करना स्वीकार किया। डकैती के 112 किलो तांबा क्वायल कीमत 224000 /रु एवं घटना में प्रयुक्त दो चार पहिया वाहन, एक नग मोटर सायकल बुलेट, 04 नग मोबाईल, एक नग गैस कटर मय गैस सिलेण्डर एंव उपयोग में लाये अन्य पाना पेचकस को जप्त किया गया है आरोपियों के कब्जे सेकुल 20,00,000/- से अधिक का मशरूका ज़ब्त किया गया।