Korba : फर्जी हाजिरी के भरोसे शहर की सफाई..ये अफसर और ठेकेदार मिलकर खा रहे मलाई…

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कोरबा। शहर हो या पूरा निगम क्षेत्र, स्वच्छता के दावे और अभियानों के ढोल तो खूब पीटे गए, पर मैदानी हकीकत आम जनता से छिपी नहीं है। स्वच्छता के लिए भले हर साल लाखों पानी की तरह बहाए जा रहे पर जगह जगह गंदगी पसरी है। इन सब के बीच स्वच्छता मद की राशि पर फर्जी हाजिरी भरकर एक ओर ठेकेदारो की जेबें चमक रहीं है तो दूसरी यरफ शहर की सफाई व्यवस्था बद से बदतर हो चली है।

नगर पालिक निगम में स्वच्छ भारत मिशन-मिशन क्लीन सिटी अंतर्गत अफसर और ठेकेदार के गड़बड़झाले की लिस्ट लंबी होती जा रही है। कभी स्वच्छता मानकों में अग्रणी की पहचान रहने वाले कोरबा की रैंकिंग निचले पायदान पर है। बावजूद इसके बेहतरी के कदम उठाए जाने के जमकर बंदरबांट की जा रही है। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के तमाम इंतजामों पर पलीता लगाते हुए मिली राशि की अफरा तफरी का सिलसिला लगातार जारी है। परिणाम यह कि सफाई व्यवस्था बदहाल होती जा रही और अफसरों की मौज दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है। उल्लेखनीय होगा कि इसी साल मार्च में एक बड़ी गड़बड़ी पकड़ी भी गई थी। उपस्थिति एप निष्ठा में छेड़खानी कर सफाई मित्रों के फर्जी नाम से अपने रिश्तेदारों के बैंक खातों में मानदेय की राशि जमा करने व आर्थिक गबन की दोषी, स्वच्छ भारत मिशन-मिशन क्लीन सिटी की पीआईयू को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। साथ ही प्रकरण पुलिस को भी सौंपा गया था। कोरबा निगम के पूर्व आयुक्त की इस कार्यवाही के बाद निगम प्रशासन के अफसरों में हड़कंप तो मचा, पर समय गुजरने के साथ वह मामला और उसका डर भी फाइलों में धूल खाता देखा जा रहा है। शहर की सफाई व्यवस्था की कमान संभालने वाले अफसर एक बार फिर मौज काट रहे हैं और फर्जी हाजिरी के माध्यम से अपना काला कारोबार चमका रहे हैं। ठेजदारों की मिलीभगत से आम लोगों की सुविधा के लिए भेजी गौ राशि का इस्तेमाल खुद के स्वार्थ के लिए यूं किया जा रहा है मानों उन्हें देखने वाला कोई नहीं।

 

हाजिरी ज्यादा सफाई कर्मी मैदानी क्षेत्र में आधा

नगर निगम की सफाई कार्य को करीब से परखने वालो की माने तो सफाई कर्मी कम मैदानी क्षेत्र में काम कम करते है और हाजिरी अधीक संख्या दिखाकर निगम की रकम को फर्जी तरीके से निकाल रहे है। इसकी जानकारी होने के बाद भी न तो अफसर कुछ कहते और और निगम क्षेत्र के पार्षद। इससे जाहिर है नेता अधिकारी और ठेकेदार सबको हिस्सा बंटता है।

 

घर से निकलकर सीधे 3 बजे लगती है हाजिरी

 

नगर निगम के काम काज की मॉनिटरिंग करने के लिए निष्ठा ऐप बनाया गया है लेकिन ठेकेदार निष्ठा ऐप के मॉनिटरिंग का भी तोड़ निकालकर फर्जीवाड़ा करने में जुटे है। टीपी नगर में ठेकेदार के सफाई कर्मी 3 बजे फ़ोटो अपलोड के लिए जुटते है। जिसमे ज्यादातर लोग सीधे घर से निकलकर सिर्फ फोटो अपलोड करा कर ठेकेदार के कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते है और फर्जी सफाई कर्मी का मजदूरी निकालते है।