रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में महादेव सट्टा एप और लोटस एप के लिए खाता खुलवाने वाले तीन बैंक कर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी बैंक मैनेजर और उसके कर्मचारी द्वारा भोले- भाले ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर खाता खुलवाता था। फिर खाता धारक के बिना जानकारी के बगैर महादेव एप और लोटस एप का पैसा ट्रांजेक्शन किया जाता था।
महादेव सट्टा एप और लोटस एप के गिरोह के द्वारा प्रत्येक सदस्य को बैंक खाता खुलवाने पर कमीशन दिया जाता था। खाता खोलते ही अकाउंट होल्डर का बैंक पासबुक चेक और एटीएम ले लिया जाता था। रायगढ़ पुलिस ने गिरोह के दो आरोपी समेत धोखाधड़ी में शामिल इंड़सइंड बैंक के प्रबंधक और कर्नाटका बैंक के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
एसपी बोले- लोगों को योजनाओं के नाम पर करते थे गुमराह
एसपी दिव्यांग पटेल ने कहा कि, प्रतिबंधित सट्टा एप और लोटस एप में पैसों के अवैध लेनदेन के लिए भोले- भाले ग्रामीणों को गुमराह कर उनके बैंक अकाउंट का अपराधिक दुरुपयोग गिरोह के सदस्यों द्वारा किया जाता था। यह सब स्थानीय इंडसइंड बैंक मैनेजर और कर्नाटका बैंक के कर्मचारी के साथ मिलकर किया जाता था। एसपी श्री पटेल ने आगे कहा कि, बैंक में लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी मिलने पर पूरे मामले को पुलिस ने जांच में लिया था। अकाउंट स्कैम के इस पूरे मामले में स्कैम की जांच कर अपराध पंजीबद्ध किया गया। गिरोह के सभी सदस्यों को इस काम के लिए कमीशन मिलता था।
पुलिस को मिले 50 से अधिक खाते
एसपी ने आगे कहा कि, पुलिस को 50 से अधिक ऐसे और खाते मिले हैं जिनके ट्रांजैक्शन संदिग्ध है। पुलिस के द्वारा आरोपियों के खुलवाए गए बैंक खातों को होल्ड करवाया गया है और इन खातों में लाखों रुपए जमा हैं। फिलहाल मामले की जांच अभी जारी है। जिसमें इस प्रकार से फर्जी खाता खुलवाने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। मामले में संलिप्त चार आरोपियों को धोखाधड़ी, गबन और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है।
यह है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, जूटमिल थाना के अंतर्गत सराईभद्दर रायगढ निवासी जीवनलाल साहू का करीब 07-08 माह पहले उसके परिचित अरूण रात्रे ने शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर इंडसइंड बैंक में खाता खुलवाया था। जीवन साहू को उसके खाते में रकम लेन-देन की जानकारी मोबाईल मैसेज और ई-मेल पर आती थी. जिस पर बैंक मैनेजर दिनेश यादव उसे गुमराह कर देता था। इसी दौरान इसे जानकारी मिली कि, अरूण रात्रे द्वारा सराईभद्दर और आसपास के कई लोगों का खाता खुलवाया है। जब इसने अरूण से पूछताछ किया तो अरूण भी इसे घूमाने लगा और तब उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद साइबर सेल डीएसपी अभिनव उपाध्याय और थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक मोहन भारद्वाज को बारीकी से जांच करने निर्देशित किया गया। थाना प्रभारी जूटमिल द्वारा 22/06/2024 को अपराध क्रमांक 286/2024 धारा 420, 120(बी), 409 आईपीसी धारा 8 अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद किया गया।
ऐसे खुलवाते थे खाता
आरोपी सुनील साहू निवासी लीमगांव थाना केडार जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का संपर्क सट्टा गिरोह के साथ हुआ. जिन्होंने उसे बैंक खाते खुलवाने की एवज में 15 से 20 हजार रुपए देने की बात कही। उसने रायगढ़ में उसके परिचित अरुण रात्रे निवासी ग्राम छिन्द सारंगढ़ हाल मुकाम गांधीनगर जूटमिल को लोगों के खाता खुलवाने पर कमीशन की बात बताई और अरुण रात्रे एवं सुनील के साथ इंडसइंड बैंक जाकर अपना बैंक अफसर दिनेश यादव के माध्यम से खाता खुलवाया। सुनील साहू ने अरुण रात्रे को 12 से 15 हजार रूपये कमीशन दिया। इसके बाद इनके द्वारा खाता खुलवाने के लिए इंडसइंड बैंक के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक के सेल्स एशोसियेट दीपक गुप्ता को खाता खुलवाने में 4 से हजार कमीशन दिया गया। जिसके बाद बैंक अफसर भी इनके साथ लोगों का खाता खुलवाकर ठगी करने में शामिल हो गये |
खातों को कराया गया है सीज
अकाउंट स्कैम रायगढ़ पुलिस के संज्ञान में आने पर तत्काल कार्यवाही करते हुए मामले की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। थाना प्रभारी जूटमिल द्वारा आरोपियों द्वारा खुलवाये गए बैंक खातों को होल्ड कराया जा रहा है। इन खातों में लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन होने की जानकारी मिली है। एसपी द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक, साइबर सेल और थाना जूटमिल को मामले की बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने कमीशन के पैसे को खर्च कर दिया बताया है। आरोपी सुनील साहू और अरुण रात्रे से कुछ व्यक्तियों के खाता किट वजह सबूत बरामद कर जप्त किया गया है। आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। मामले की तफ्तीश और भी गहनता से की जा रही है ताकि इस प्रकार के फ़र्ज़ी खाता खुलवाने वालों का पता लगाया जा सके। अभी तक की जाँच में पुलिस को 50 से अधिक ऐसे और खाते मिले हैं जिनके ट्रांजेक्शन संदिग्ध हैं।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
1. सुनील साहू पिता देवनारायण साहू उम्र 20 वर्ष निवासी लीमगांव पोस्ट खोखसीपाली थाना केडार जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़
3. दिनेश यादव पिता रतिराम यादव उम्र 36 साल निवासी धरमजयगढ़ जेलपारा हाल मुकाम बोईरदादर थाना चक्रधरनगर
4. दीपक गुप्ता पिता हीरालाल गुप्ता उम्र 23 साल निवासी ग्राम बोंदा पोस्ट छिछोरे उमरिया थाना पुसौर जिला रायगढ़