कोरबा– भाजपा के एक कार्यकर्ता ने महिला पार्षद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्षद द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित और भयभीत किया जा रहा है। कटघोरा नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 04 के निवासी गोपेन्द्र कुमार पाण्डेय ने गुरुवार को कोरबा प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड की पार्षद अर्चना अग्रवाल द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में रिश्वत की मांग की जा रही है। पैसा न देने पर उन्हें और उनके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
**आवास योजना की किस्त रुकवाने का आरोप**
गोपेन्द्र पाण्डेय और उनकी पत्नी मेघा पाण्डेय ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें एक किस्त मिल चुकी थी, लेकिन पार्षद अर्चना अग्रवाल ने नगर पालिका के सीएमओ से कहकर उनकी अगली किस्त रुकवा दी। उनका घर निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन किस्त रुकने के कारण काम अटक गया है। इसके अलावा, पार्षद ने बेजा कब्जे का आरोप लगाते हुए उनसे 50 हजार रुपये की मांग की थी। पैसे न देने पर उनके खिलाफ तहसील में शिकायत दर्ज कर दी गई, जिसके बाद तहसीलदार ने मामला सुनकर स्टे हटा दिया।
**बार-बार शिकायत कर परेशान करने का आरोप**
श्री पाण्डेय ने कहा कि पार्षद अर्चना अग्रवाल द्वारा बार-बार झूठी शिकायतें कर उन्हें और उनके परिवार को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके भाई राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने पार्षद को एक ट्रैक्टर ईंट और 10 बोरी सीमेंट दिया था, लेकिन पार्षद ने 50 हजार रुपये की मांग पूरी न होने पर उन्हें धमकाया कि वह उन्हें छोड़ेंगी नहीं।
**प्रभावशाली पद का दुरुपयोग**
गोपेन्द्र पाण्डेय का कहना है कि पार्षद अर्चना अग्रवाल भाजपा की एक प्रभावशाली नेता हैं और अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बड़े नेताओं से फोन कराकर उन्हें धमकाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 29 अगस्त को कटघोरा थाने में पार्षद के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन जब वहां से न्याय नहीं मिला तो उन्होंने 10 सितंबर को एसपी कार्यालय में भी आवेदन दिया है।
**परिवार मानसिक रूप से परेशान**
श्री पाण्डेय ने बताया कि पार्षद के दबाव और धमकियों के कारण उनका पूरा परिवार, खासकर उनके बूढ़े माता-पिता, मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्षद ने उनके एक रिश्तेदार की तालाब किनारे स्थित जमीन को औने-पौने दामों में अपने परिचित को बिकवा दिया है।
**भाजपा शासन में ही भाजपा कार्यकर्ता परेशान**
गोपेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि वह भी भाजपा के एक कार्यकर्ता हैं और पार्षद अर्चना अग्रवाल को जिताने में उन्होंने पूरा सहयोग दिया था, लेकिन अब वही पार्षद उन्हें प्रताड़ित कर रही हैं। कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल ने उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्हें स्वेच्छानुदान से 5 हजार रुपये की मदद भी दी थी, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है।
पाण्डेय ने कहा कि जब भाजपा के शासन में एक भाजपा कार्यकर्ता को ही न्याय नहीं मिल रहा है, तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी। उन्होंने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भरोसा जताते हुए प्रेस क्लब की शरण ली है और इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
यह घटना स्थानीय राजनीति में हलचल मचाने वाली है, और अब सबकी नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर हैं।