The Duniyadari:इंदौर– इंदौर के कारोबारी की बहू को चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखकर 1.60 करोड़ की ठगी करने के मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। ये वे आरोपित हैं, जिनके खातों में ठगी की रकम पहुंची थी। पुलिस को अभी मुख्य आरोपित की तलाश है, जो इनके खातों को कमीशन पर लेते हैं। इन्हें जमा राशि के हिसाब से कमीशन मिलता था।
इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम को इस मामले में शंघाई (चीन) की भी एक ट्रांजेक्शन आईडी मिली है। जिस नंबर से फोन आए थे, वह इंटरनेट जनरेट नंबर था। आरोपितों ने पूछताछ में कई अन्य नाम भी बताए हैं।
सूरत से दो आरोपित गिरफ्तार
इंदौर की क्राइम ब्रांच ने सूरत से दो आरोपित प्रतीक भाई जरीवाला और अभिषेक भाई जरीवाला को गिरफ्तार किया है, वहीं, मैहर से चंद्रभान बंसल और राकेश कुमार बंसल को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित राकेश के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर हुए हैं। वहीं, सूरत के दोनों आरोपितों के खाते में पांच लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे।
नौ नवंबर को ठगी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपितों से पूछताछ के आधार पर साइबर ठगों की गिरफ्तारी की जाएगी।बता दें कि इंदौर के कारोबारी की बहू वंदना गुप्ता ने डिजिटल अरेस्ट कर ठगी किए जाने की शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि नौ नवंबर को उनके पास साबर ठग का फोन आया, पूछा कि क्या आप नरेश गोयल को जानती हैं, जो जेट एयरवेज के मालिक हैं.
आरबीआई अधिकारी बताकर धमकाया
मना करने पर आरोपित ने स्वयं को आरबीआइ अधिकारी विनय सिंह बताया। कहा कि आपके नाम से केनरा बैंक दिल्ली में अकाउंट खुला है, जिसमें दो करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग हुई है। इसके बाद वीडियो काल के जरिए डिजिटल अरेस्ट कर कई बार में 1.60 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए।
इसमें स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताने वाला दूसरा साइबर ठग भी शामिल था। बता दें कि महिला की शेयर मार्केट फर्म भी है। इंदौर पुलिस उन खातों के जरिए चारों आरोपितों तक पहुंची, जिनके खातों में पैसे जमा कराए गए थे।