BIG BREAKING : बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी गिरफ्तार, RSS ने हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर पड़ोसी देश को भेजा ये मैसेज

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The Duniyadari:भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. चटगांव में चल रहे विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बीच नारे लगाती भीड़ ने तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की है. यह हमला शुक्रवार को दोपहर करीब 2.30 बजे हरीश चंद्र मुनसेफ लेन इलाके में हुआ. संतनेश्वर मातृ मंदिर, शोनी मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया गया.

वहीं दूसरी तरफ हिंदू आध्यात्मिक गुरू चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद, बांग्लादेश के चट्टोग्राम में एक और हिंदू पुजारी को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार पुजारी की पहचान श्याम दास प्रभु के रूप में हुई, जो कथित तौर पर जेल में चिन्मय कृष्ण दास से मिलने गए थे.

इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष ने किया ट्वीट

सूत्रों ने कहा कि उन्हें बिना किसी आधिकारिक वारंट के गिरफ्तार किया गया था. बांग्लादेश में इस नियम के तहत गिरफ्तारी में अधिकारियों को किसी को हिरासत में लेने और बाद में रिहा करने की अनुमति देती है. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने भी शुक्रवार को एक्स (ट्विटर) पर भिक्षु की गिरफ्तारी के बारे में पोस्ट किया और कहा, ‘एक और ब्रह्मचारी श्री श्याम दास प्रभु को आज चट्टोग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.’ बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के पूर्व सदस्य, हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था.

RSS ने भेजा ये मैसेज

चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की बांग्लादेश में गिरफ्तारी को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने शनिवार को कड़ी आपत्ति जताई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने वक्तव्य जारी करते हुए बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद करने की अपील की है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा जारी किये गए वक्तव्य में कहा गया, ‘बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद हों.

इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को अन्यायपूर्ण कारावास से मुक्त करें. 30 नवंबर 2024 को बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमले, हत्या, लूट, आगजनी तथा महिलाओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार अत्यंत चिंताजनक हैं तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इसकी भर्त्सना करता है.’