चूड़ी शॉप से लेकर मिस इंटरनेशनल तक, माही सांवरिया की संघर्ष की कहानी

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माही सांवरिया, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला की एक साधारण परिवार से आने वाली युवती, आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उनकी जिंदगी में संघर्षों की कमी नहीं रही, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की।

माही का जन्म एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में हुआ। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें 12वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी। घर की जिम्मेदारियों ने उन्हें कई छोटे-मोटे काम करने पर मजबूर किया। माही ने चूड़ी शॉप में काम करना शुरू किया ताकि वह अपने परिवार की मदद कर सकें। हालांकि, उनके भीतर कुछ बड़ा करने की चाह हमेशा बनी रही। इसी जुनून ने उन्हें मॉडलिंग की दुनिया की ओर खींचा।

मॉडलिंग में उनकी शुरुआत भी संघर्षपूर्ण रही। न तो उनके पास पर्याप्त कपड़े थे और न ही शो के लिए कोई वित्तीय सहायता। लेकिन माही ने इन कठिनाइयों को अपने सपनों की राह में रुकावट नहीं बनने दिया। धीरे-धीरे उन्होंने अपने प्रयासों से सफलता हासिल की। उषा शर्मा के फैशन शो में पहला पुरस्कार जीतने के बाद, माही को मिस छत्तीसगढ़ में दूसरी रनर अप का खिताब मिला। इसके बाद उन्होंने मिस इंडिया इंटरनेशनल का खिताब जीतकर अपनी मेहनत का फल पाया।

माही की व्यक्तिगत जिंदगी में भी चुनौतियाँ थीं। 2018 में उनकी माँ का निधन हो गया, और पिता बचपन से ही उनके साथ नहीं थे। इस कठिन परिस्थिति में माही ने खुद को और मजबूत किया और अपने दम पर खड़ी रहीं। उनका सबसे बड़ा सपना है कि वह बिग बॉस में भाग लेकर अपने राज्य छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन करें।

हाल ही में माही ने वियतनाम में मिस क्यून कॉन्टिनेंटल इंटरनेशनल 2024 का खिताब जीतकर न सिर्फ अपनी, बल्कि पूरे देश की पहचान को वैश्विक स्तर पर ऊँचा किया। उनकी यह संघर्षमयी यात्रा इस बात का प्रमाण है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास, मेहनत और संकल्प सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।