रायपुर। राजधानी से सटे हुए बीरगांव नगर निगम में कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया है। कांग्रेस की टिकट पार चुनाव जीत कर पहुंचे पार्षद नंदलाल देवांगन को बाकी पार्षदों ने मतदान कर महापौर बनाया है।
वहीं भाजपा की तरफ से पतिराम साहू को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया गया था, जिन्हें हार का सामना करना पड़ा। बीरगांव नगर निगम में महापौर पद के लिए आज हुई वोटिंग में नंदलाल को कुल 25 वोट मिले है। वहीं नंदलाल के खिलाफ मैदान में उतरे भाजपा के पार्षद पतिराम साहू को 15 वोट ही मिल पाए।
दरअसल, कांग्रेस को यहां 40 में से 25 वोट मिले यानी 25 पार्षदों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया, जिसमें 6 निर्दलीय पार्षद भी शामिल हैं। वहीं बीजेपी प्रत्याशी को महज 15 वोट ही मिले हैं, जिसमें 3 निर्दलीय (Birgaon) पार्षद पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके थे। बाद में अन्य तीन ने भी कांग्रेस को समर्थन कर अत्यक्ष रूप से कांग्रेस में शामिल हो ही गया।
महापौर चुनाव के पहले 40 पार्षदों का एक साथ हुआ शपथ ग्रहण
बता दें कि नंदलाल देवांगन वार्ड 25 से तीसरी बार चुनाव जीतकर आए थे। वे रायपुर ग्रामीण से कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा के करीबी हैं। महापौर चुनाव के पहले रायपुर के कलेक्टर सौरभ कुमार ने नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई। सभी 40 के 40 पार्षदों का एक साथ शपथ ग्रहण हुआ अब महापौर चुने जाने की कवायद शुरू हुई और कांग्रेसी को महापौर चुना गया। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी यू एस अग्रवाल तथा नगर निगम आयुक्त श्रीकांत वर्मा भी उपस्थित थे।
पतिराम ने कांग्रेस उम्मीदवार को 401 वोट से हराया था
महपौर चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा भी बीरगांव (Birgaon) नगर निगम पहुंचे थे। वहीं अगर बीजेपी प्रत्याशी पतिराम साहू की बात की जाए तो वे वार्ड नंबर 18 से चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सुबोध कुमार वर्मा को 401 वोटों के अंतर से हराया था। इस निगम में 5 सीटी जीतने वाली जोगी कांग्रेस ने भी एवज देवांगन को सभापति के लिए उम्मीदवार बनाया था, जिसे अब बीजेपी ने समर्थन दिया।