BREAKING NEWS : पुलिस थाने में प्रधान आरक्षक रिश्वत लेते गिरफ्तार

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The Duniyadari: राजसमंद- भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में जुटी राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को बड़ी सफलता मिली है। उदयपुर ACB की इंटेलिजेंस टीम ने राजसमंद जिले के खमनोर थाना परिसर में एक हेड कांस्टेबल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी हेड कांस्टेबल थाना प्रभारी का रीडर है, जो एक लूट के मामले में परिवादी को आरोपी नहीं बनाने और उसकी जब्त गाड़ी छुड़वाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था।

ACB की इस कार्रवाई ने पूरे पुलिस विभाग में खलबली मचा दी है। कार्रवाई शनिवार को पुलिस थाना खमनोर में की गई, जहां हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार पुत्र सरदार राम, निवासी सीकर, को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी के पास से मौके पर ही 20 हजार रुपये की नकदी जब्त की गई।

ACB की टीम ने खुलासा किया कि आरोपी पहले भी परिवादी से 35 हजार रुपये की रिश्वत ले चुका था, और अब दूसरी किश्त के रूप में 20 हजार की मांग कर रहा था। जैसे ही परिवादी ने निर्धारित राशि आरोपी को सौंपी, ACB टीम ने उसे दबोच लिया।

इस मामले में खमनोर थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों के अनुसार, हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार थानाधिकारी का रीडर होने के नाते उनके निर्देश पर ही मामलों में हस्तक्षेप करता था। फिलहाल ACB ने थानाधिकारी की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। इस पूरी कार्रवाई को ACB इंटेलिजेंस उदयपुर की पुलिस निरीक्षक डॉ. सोनू शेखावत के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। ट्रेप से पहले पूरी योजना बनाई गई, पुख्ता सूचना जुटाई गई और जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।

जानकारी के अनुसार, परिवादी का वाहन किसी आपराधिक मामले में पुलिस द्वारा जब्त किया गया था। साथ ही उसे एक लूट के मामले में नामजद आरोपी बनाया जा रहा था। लेकिन आरोपी हेड कांस्टेबल ने परिवादी से संपर्क कर कहा कि यदि वह 55 हजार रुपये दे दे, तो न सिर्फ उसका नाम एफआईआर से हटाया जाएगा बल्कि गाड़ी भी छुड़वा दी जाएगी।

पहली बार 35 हजार की रकम ले ली गई, लेकिन जब दोबारा 20 हजार की मांग की गई, तो परिवादी ने सीधे ACB से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति राजस्थान सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त रुख अपनाया गया है और ACB को विशेष अधिकार दिए गए हैं।

इस कार्रवाई से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि कानून के रखवालों की भी जवाबदेही तय की जाएगी और भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिलहाल आरोपी हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। ACB सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान इस घोटाले में और भी पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आ सकती है। थाना परिसर से ACB की टीम ने कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं।