The Duniyadari: पलामू- पलामू जिले के सदर थाना क्षेत्र के सिंगरा गांव में 30 वर्षीय सुशांत पासवान, जो रिटायर्ड दरोगा के बेटे थे, ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। घटना ने पूरे गांव में शोक और हैरानी का माहौल पैदा कर दिया है। सुशांत ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी जया देवी पर अवैध संबंधों का आरोप लगाया है और लिखा कि उनकी मौत के बाद जमीन-जायदाद का हिस्सा बच्चों को दिया जाए, पत्नी को नहीं।
सूचना के अनुसार, घटना के समय सुशांत अपने बेटे के साथ घर पर थे। उसकी मां कुछ देर के लिए बाहर गई थीं, जबकि पिता दरवाजे पर सफाई कर रहे थे। इसी दौरान सुशांत अचानक अपने कमरे में गया और फांसी लगा ली। लगभग 15 मिनट बाद जब मां लौटीं तो बेटे को फंदे पर लटका देखा।
तत्काल उसे उतारकर बचाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पड़ोसियों और परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुशांत पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे और इस घटना से पहले भी घर में और पत्नी के साथ झगड़े होते रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, 7 जुलाई को पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था, जिसका उल्लेख सुशांत ने अपनी डायरी में किया। उस समय पत्नी ने सुधार का वादा किया था।
कुछ समय पहले भी अवैध संबंधों के आरोप के बाद पत्नी घर से भाग गई थी और छत से कूदने जैसी हरकत की थी। सुशांत अपने परिवार के साथ मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के बारालोटा में रहते थे। घटना से दो दिन पहले वह अपने सिंगरा गांव आए थे। परिवार और रिश्तेदारों के अनुसार, सुशांत लगातार मानसिक दबाव और तनाव में थे।
सुशांत ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “पापा हमें माफ कर दीजिएगा। मेरा इस परिवार के साथ इतना दिन तक चलना तकदीर में लिखा था। मेरे चलते आप लोगों की बदनामी हुई। अब मैं जिंदगी नहीं जी सकता।” उन्होंने आगे लिखा कि उनके परिवार की स्थिति के लिए उनके पिता ब्रिजबिहारी पासवान और परिवार के अन्य सदस्य जिम्मेदार हैं। नोट में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस और अदालत में मामला दर्ज किया जाए और उनके बच्चों के हक की रक्षा सुनिश्चित की जाए।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
घटना की जानकारी मिलने पर सदर थाना प्रभारी लाल जी और टीम मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और घटनाक्रम की पुष्टि के लिए परिवार और अन्य गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि फिलहाल किसी आपराधिक दृष्टिकोण का संकेत नहीं मिला है, और मामला आत्महत्या की श्रेणी में दर्ज किया गया है। परिवार और गांव में शोक सुशांत की मौत की खबर से पूरे सिंगरा गांव में शोक का माहौल है। पड़ोसी और रिश्तेदार घटना से स्तब्ध हैं और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि परिवार का जवान सदस्य इस तरह की कटु और दुखद घटना का शिकार हुआ। परिवार ने यह भी बताया कि सुशांत अपने बच्चों के लिए चिंतित थे और उन्होंने सुसाइड नोट में बच्चों के हित की रक्षा का विशेष उल्लेख किया।
सामाजिक और कानूनी पहलू
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की घटनाएं अक्सर मानसिक तनाव, पारिवारिक विवाद और व्यक्तिगत दबाव के कारण होती हैं। कानून के अनुसार, पुलिस को हर आत्महत्या के मामले में सख्त जांच और परिस्थितियों की पूरी जांच करनी चाहिए, ताकि किसी प्रकार की गलती या अपराध की संभावना को रोका जा सके।
पुलिस सुशांत के सुसाइड नोट और डायरी की पड़ताल कर रही है। साथ ही, परिवार और पड़ोसियों के बयानों के आधार पर पूरे घटनाक्रम की संपूर्ण जांच की जाएगी। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि किसी भी कानूनी अनियमितता की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी।