राजस्थान के उदयपुर से आगरा के बीच शुरू हुई नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में वर्किंग को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया। ट्रेन को चलाने के लिए कोटा और आगरा रेल मंडल के कार्मिकों के बीच झगड़ा हो गया। इस दौरान ट्रेन के चालक सहचालक और गार्ड के साथ मारपीट के साथ-साथ कपड़े तक फाड़ दिए गए।
यहां तक कि अक्रोशित कार्मिकों ने वंदे भारत ट्रेन के गार्ड रूम के दरवाजे का लॉक भी तोड़ दिया और कांच भी फोड़ दिए। ट्रेन में वर्किंग को लेकर दो रेल मंडलों के बीच का विवाद अब रेलवे बोर्ड तक भी पहुंच गया है, लेकिन हैरानी की बात है कि अभी तक इसका कोई हल नहीं निकल सका है। इस बीच ट्रेन आगरा जाते समय और आगरा से वापस आते समय देरी से भी चली।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने के लिए कोटा रेल मंडल और आगरा रेल मंडल के बीच यह झगड़ा पहली बार नहीं हुआ है। 2 सितंबर सोमवार को जब यह ट्रेन कोटा से गंगापुर पहुंची तो आगरा रेल मंडल के चालक ट्रेन को आगरा ले जाना चाहते थे, लेकिन गंगापुर सिटी के चालकों ने ट्रेन ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों मंडलों के कार्मिकों के बीच झगड़ा हो गया था।
इस मामले को लेकर आगरा रेल मंडल का कहना है कि ट्रेन कोटा रेल मंडल से होकर गुजरती है जिसको कोटा रेल मंडल का स्टाफ संभालता है। ऐसे में अगर ट्रेन आगरा की तरफ जा रही है तो आगरा रेल मंडल इसे चलाता है तो कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हालांकि, दोनों मंडलों के कार्मिकों की तरफ से रेलवे अधिकारियों और पुलिस को शिकायत दी गई है।
रेलवे के आधिकारिक, सूत्रों ने बताया कि जब भी कोई नई ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती है तो उसमें वर्किंग मिलने के साथ ही प्रमोशन और नई भर्तियों की राह भी खुल जाती है। ऐसे में यह भी संभावना बढ़ जाती है कि अगर कोई ट्रेन दो या दो से अधिक रेल मंडलों से होकर गुजर रही है तो वहां पर ट्रेन में वर्किंग को लेकर विवाद होता है। हालांकि, इस विवाद को शांति से हल भी किया जा सकता है। यही कारण है कि ऐसा ही विवाद उदयपुर से आगरा के बीच चली नई वंदे भारत एक्सप्रेस में भी हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि कार्मिकों ने एक-दूसरे के कपड़े तक फाड़ दिए और ट्रेन को भी नुकसान पहुंचा दिया।
उदयपुर से चलने वाली वंदे भारत ट्रेन उत्तर-पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल से शुरू होती है। इसके बाद यह पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल से होकर गुजरती है। बाद में उत्तर मध्य रेलवे मंडल में आगरा रेल मंडल तक जाती है, लेकिन यह बात भी सच है कि दोनों रेल मंडलों के बीच हो रहे झगड़े का खामियाजा ट्रेन में सफर कर रहे हैं यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।