कोरबा। करतला जनपद पंचायत में उधार के सीईओ भेजने की बात से पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर नाराज हो गए है। नराज़ विधायक ने कलेक्टर को पत्र लिखकर वापस उसे मूल पद में भेजने की मांग कर दी हैं। मतलब साफ है ऐसे विवादित अधिकारी की तैनाती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बहरहाल ननकी राम के लेटर के बाद एक फिर जनपद पंचायतों की पोस्टिंग पर सवाल उठ रहे हैं।
बता दें कि आदिवासी विकास विभाग में क्षेत्र संयोजक से सीईओ बने एच एन खुटेल का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनके कार्य शैली को लेकर लगातार जनप्रतिनिधियों में आक्रोश रहा है। इसके बाद भी उसको करतला का प्रभार देकर पुराने जख्म फिर ताजा हो रहे है।
मामला कटघोरा जनपद पंचायत में पदस्थापना के दौरान का है जंहा जनप्रतिनिधियों के विरोध का सामना करने और बाद में एचएल खोटेल को हटाया गया था। इसके बाद पूर्व में भी उसे कटघोरा पोस्टिंग के लिए बाहर से स्क्रिप्ट लिखा गया, पर उनकी पटकथा फेल हो गई थी । अब जब मामल शांत हुआ तो फिर उसे अस्थायी तौर पर करतला जनपद सीईओ का प्रभार सौंपा गया है। करतला सीईओ एमएस नागेश के अस्वस्थ्य होने के कारण खोटेल को प्रभारी बनाया गया है। 2 दिन पहले ही इस आशय का आदेश जारी हुआ है कि आज ही विरोध शुरू हो गया। रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने कलेक्टर श्रीमती रानू साहू को पत्र लिखा है कि एचएल खोटेल को आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में क्षेत्र संयोजक के मूल पद पर वापस लिया जाए। कटघोरा जनपद में इनका कार्यकाल विवादित रहने के कारण जनपद करतला क्षेत्र के 40 से 45 सरपंचों के द्वारा जत्था लेकर उपस्थित होते हुए मूल विभाग में वापस करने निवेदन किया है।