नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में सीएम चेहरे को लेकर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में बड़ा बयान दिया है। बता दें कि सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस के कद्दावर नेता टीएस सिंहदेव के बीच का मनमुटाव जगजाहिर है। लेकिन सिंहदेव ने रविवार को एक इंटरव्यू में कुछ ऐसा कहा जिसके अब कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
0. CM फेस के लिए भूपेश बघेल का नाम
टीएस सिंहदेव ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस चुनाव जीतती है तो भूपेश बघेल के नाम पर सबसे पहले विचार किया जाएगा। सिंहदेव के बयान से यह साफ हो गया कि वो अब बघेल के नाम पर मान गए हैं। सिंहदेव ने इंटरव्यू में सीएम बघेल की तारीफ भी की।
ये बताते चले कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी। तब टीएस सिंहदेव सीएम की रेस में थे। हालांकि कांग्रेस ने बघेल पर भरोसा जताया। ऐसा माना जा रहा था कि ढाई साल बाद सिंहदेव को सीएम बनाया जा सकता है। लेकिन कांग्रेस का भरोसा बघेल पर बरकरार रहा। ऐसे में सिंहदेव और बघेल के बीच मनमुटाव बढ़ने लगा। अब सिंहदेव की नाराजगी दूर होती दिख रही है।
0. डिप्टी सीएम का पद पार्टी की तरफ से प्रमोशन
डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद सिंहदेव का प्रमोशन हो गया। रविवार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘डिप्टी सीएम बनाए जाने को तमाम लोग प्रमोशन के रूप में ही देखते हैं। मैं पहले कैबिनेट मंत्री था। अब मैं कैबिनेट मंत्री के साथ-साथ डिप्टी सीएम भी हूं।’ ऐसे में यह माना जा रहा है कि इस प्रमोशन के बाद सिंहदेव की नाराजगी दूर हो गई है।
इंटरव्यू में सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ का चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को 60-75 सीटों पर जीत हासिल होगी। जब उनसे पूछा गया कि ढाई साल बाद जब आपको सीएम नहीं बनाया गया तब यह विश्वासघात नहीं लगा? सिंहदेव ने कहा, ‘मैं इसे एक निर्णय के रूप में देखता हूं।
सिंहदेव ने कहा, यह आलाकमान का फैसला है। मैं सीएम नहीं बन सकता… आलाकमान हम सभी को अलग-अलग भूमिकाएं देती है। हम आलाकमान के सभी फैसलों का पालन करते हैं। सिंहदेव अक्सर यह कह चुके हैं कि आलाकमान का जो भी फैसला होगा उन्हें मंजूर होगा। ऐसे में उनकी नाराजगी दूर होने के पीछे आलाकमान पर भरोसा भी एक बड़ी वजह है।