CG Breaking:  झारखंड पुलिस के नोटिस का भाजपा ने दिया जवाब, ब्रम्हानंद नेताम ने पेश होने के लिए मांगी 9 दिसंबर तक मोहलत, मिली मंजूरी

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रायपुर/कांकेर। Bhanupratappur by-election:  दुष्कर्म के मामले में झारखंड पुलिस की नोटिस के जवाब में भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्‍याशी ब्रम्हानंद नेताम (Brahmanand Netam) ने 9 सितबंर को पेश होने की मोहलत मांगी है। जिसे झारखंड पुलिस ने मंजूर कर लिया है। बता दें कि ब्रम्हानंद नेताम को गिरफ्तार करने पहुंची झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने मंगलवार को नोटिस देकर कांकेर के कोतवाली थाने बुलाया। लेकिन, ब्रम्हानंद नेताम नहीं पहुंचे।

0.नोटिस का जवाब लेकर थाने पहुंचा भाजपा प्रतिनिधि मंडल

जानकारी के अनुसार नोटिस का जवाब लेकर थाने में नेताम की जगह भाजपा का पांच सदस्‍यीय प्रतिनिधिमंडल कोतवाली थाने पहुंचा। भाजपा प्रतिनिधिमंडल में अकलतरा विधायक सौरभ सिंह, भाजपा कार्यकर्ता नंदू ओझा व अधिवक्ता शामिल हैं। इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता नंदू ओझा ने एक टेल्को थाना जमशेदपुर (झारखंड) को ब्रम्हानंद नेताम को प्रेषित नोटिस को लिखित जवाब दिया है। और पेश होने के लिए चुनाव के बाद नौ दिसंबर के समय की मांग की है। झारखंड पुलिस ने उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया है।

बता दें कि इस प्रकरण में उनकी और तीन अन्य सहअभियक्तों की तलाश में झारखंड पुलिस दो दिन से यहां डटी है। मंगलवार को पुलिस ने ब्रम्हानंद के घर पर नोटिस भेजा था। उनके बेटे पुलकित ने नोटिस रिसीव किया था। नोटिस में पुलिस ने कहा था कि ब्रम्हानंद सुबह 10 बजे तक कांकेर थाने में हाजिर हों।

0.नोटिस के जवाब में दी ये दलील

ब्रम्हानंद नेताम ने अपने निर्वाचन अभिकर्ता के माध्यम से नोटिस का जवाब भेजा है, जिसमें कहा है कि तीन वर्ष पुराने प्रकरण के बारे में उन्हें अब तक कोई सूचना नहीं दी गई थी। अभी चुनाव चल रहा है, पांच दिसंबर को मतदान होना है। समयाभाव के कारण मैं स्वयं उपस्थित नहीं हो हो सकता। आठ दिसंबर को मतगणना है। इसके बाद वे पुलिस के समक्ष हाजिर हो जाएंगे। ब्रम्हानंद मंगलवार को दिनभर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में प्रचार करते रहे।

बता दें कि पुलिस ने कांकेर कोतवाली में कंट्रोल रूम बनाया है। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। थाने को छावनी में बदल दिया गया है और इलाके को सील कर दिया गया है। चुनाव के बीच झारखंड पुलिस के आगमन से भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड पुलिस को संभलकर कार्रवाई करने की सलाह दी है।