CG BREAKING: तीन तलाक मामले में बड़ी कार्रवाई, ननद को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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The Duniyadari: कांकेर- जिले में तीन तलाक से जुड़े एक संवेदनशील मामले में कोतवाली पुलिस ने गुरुवार (7 अगस्त) को बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी ननद को गिरफ्तार किया है। पीड़िता सलमा वारसी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई, जिसने अपने पति और ससुराल पक्ष पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना, गर्भावस्था के दौरान भूखा रखने और अंततः तीन तलाक देने का आरोप लगाया है।

पीड़िता सलमा वारसी का आरोप है कि विवाह के बाद से ही उसके ससुराल में उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। खासतौर पर सास और ननदें उसे ताने देती थीं और उसके साथ गलत बर्ताव करती थीं। पीड़िता का कहना है कि जब वह गर्भवती थी, तब भी उसे भोजन नहीं दिया जाता था और उसके पति इरफान वारसी ने उसके साथ मारपीट और मानसिक उत्पीड़न किया।

जब स्थिति असहनीय हो गई, तो सलमा ने कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने पति इरफान वारसी, सास हसीना वारसी, और तीन ननदों – शहनाज हिंगोरा, फिरोजा पोची और सलमा पोठिया को आरोपी बनाया। सलमा का आरोप है कि इन सभी ने उसे तीन तलाक के लिए उकसाया और जानबूझकर उसके वैवाहिक जीवन को नष्ट करने का षड्यंत्र रचा।

शिकायत दर्ज होने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश तेज की। 7 अगस्त को पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए आरोपी ननद शहनाज हिंगोरा को सिमगा से गिरफ्तार किया। उसे न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। पुलिस ने बताया कि शहनाज पर अपने भाई को तलाक के लिए भड़काने और वैवाहिक जीवन में हस्तक्षेप करने का गंभीर आरोप है।

शहनाज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपी—पति इरफान, सास हसीना, और दो अन्य ननदें—फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने गरियाबंद के सिविल लाइंस इलाके समेत कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आए। अब पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय कर दिया है और दावा किया है कि जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

कानूनी धाराओं में दर्ज हुआ मामला

इस पूरे मामले में कोतवाली पुलिस ने भारतीय न्यायक प्रणाली में लागू नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 85 के तहत क्रूरता, और मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम की धारा 4 के तहत तीन तलाक देने का प्रकरण दर्ज किया है। यह धारा मुस्लिम महिला को एकतरफा तलाक देने पर आरोपी को दोषी ठहराती है। पुलिस का कहना है कि विवेचना जारी है और सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है। इस मामले में तीन तलाक जैसे गंभीर सामाजिक और कानूनी मुद्दे जुड़े होने के कारण पुलिस पूरी सतर्कता से कार्रवाई कर रही है।

सामाजिक संदेश और कानूनी सख्ती का उदाहरण

कांकेर जिले में सामने आया यह मामला न केवल एक महिला के अधिकारों के उल्लंघन का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कानून की मदद से उत्पीड़ित महिलाएं न्याय की लड़ाई लड़ सकती हैं। पुलिस की कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हो गया है कि तीन तलाक जैसे मामलों को अब हल्के में नहीं लिया जाएगा।