CG BREAKING: नकली पनीर फैक्ट्री का भंडाफोड़, निगम ने की बड़ी कार्रवाई

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The Duniyadari: रायपुर- राजधानी रायपुर में मिलावटखोरों की हिम्मत इस कदर बढ़ गई है कि अब वे शहर के बीचों-बीच नकली पनीर की फैक्ट्री नाले के ऊपर चलाने से भी नहीं हिचक रहे। ताजा मामला शंकर नगर इलाके का है, जहां रामानंद बाघ नाम के व्यक्ति द्वारा संचालित एक फूड प्रोडक्शन यूनिट में छापा मारकर नकली पनीर बनाने का खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की संयुक्त कार्रवाई में यह मिलावटी खेल उजागर हुआ।

फैक्ट्री में नकली पनीर बनाने के लिए सस्ता और घटिया क्वालिटी का पाम ऑयल, फैट के डल्ले, और दूध पाउडर का उपयोग किया जा रहा था। ये तीनों सामग्री मिलाकर उसे पनीर जैसा गाढ़ा बनाया जाता था। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह सब काम शहर के बीचोंबीच नाले के ऊपर हो रहे थे, जहां साफ-सफाई का नामोनिशान नहीं था।

एनालॉग लाइसेंस के नाम पर धोखा रामानंद बाघ नामक व्यक्ति ने एनालॉग उत्पाद बनाने का लाइसेंस ले रखा था। यह लाइसेंस उसे सीमित स्तर पर वैकल्पिक डेयरी उत्पाद बनाने की अनुमति देता है। लेकिन इसके आड़ में वह खुलेआम इस नकली माल को पनीर बताकर बाजार में बेच रहा था। माल को पॉलीथिन में पैक कर रायपुर की कई होटलों, ढाबों और ओडिशा तक भेजा जा रहा था।

कारखाने में जो दृश्य सामने आया, वह किसी भी उपभोक्ता को झकझोर कर रख देने वाला था। नकली पनीर को मछली रखने वाले पुराने थर्माकोल के डिब्बों में रखा जा रहा था, जिन्हें सेकेंड हैंड खरीदा गया था। ये डिब्बे अत्यधिक अस्वच्छ थे और पूरी तरह खाद्य सुरक्षा मानकों के विरुद्ध थे।

कम लागत, अधिक मुनाफा संचालक रामानंद ने खुलासा किया कि वह एक किलो माल 180 रुपये में तैयार करता है, जिसे 240 से 250 रुपये प्रति किलो तक होटल संचालकों और सप्लायर्स को बेच देता है। यह सीधे तौर पर जनस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है, जिसमें महज मुनाफे के लिए लोगों की सेहत को ताक पर रखा जा रहा है।

मौके पर पहुंचे सहायक आयुक्त ने बताया कि खाद्य उत्पादों को नियमानुसार पैक किया जाना चाहिए, पैकिंग पर उसमें उपयोग की गई सामग्री, पोषण तत्वों की मात्रा, निर्माण व समाप्ति तिथि आदि अंकित होनी चाहिए। लेकिन यहां तो डल्ले बना कर खुली झिल्ली में माल पैक कर बेचा जा रहा था।

विभागीय कार्रवाई जारी, नमूने जब्त

छापे के दौरान बड़ी मात्रा में नकली पनीर, कच्चा माल, थर्माकोल डिब्बे और पैकिंग सामग्री जब्त की गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने फैक्ट्री से पनीर के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित धाराओं में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने संचालक से लाइसेंस व अन्य दस्तावेज भी मांगे हैं, जिसकी प्रारंभिक जांच में भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अज्ञात स्त्रोत से आने वाले डेयरी उत्पादों का सेवन न करें, और किसी भी तरह की शंका होने पर तत्काल खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन या नजदीकी प्रशासनिक कार्यालय में शिकायत करें।