रायपुर। CG News: नवा रायपुर के तूता में शुक्रवार को 28 जिलों के 45 हजार संविदाकर्मियों ने इस्तीफा दे दिया। अनियमित कर्मचारी मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे थे। नवा रायपुर में पुलिस ने इन्हें रोका, इसके बाद पुलिस के साथ कर्मचारियों की काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही। अनियमित कर्मचारी मोर्चा के कर्मचारी सड़क पर उतर गए। कांग्रेस भगाओ के नारे लगाए। ज्ञापन की प्रतियां जला दीं।
कल रायपुर में इस्तीफे के बंडल सौंपे जाएंगे
संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि, 28 जिलों में कर्मचारियों ने अपने इस्तीफे अलग-अलग जिलों में जिला प्रशासन को सौंप दिए हैं। इसके बाद अब 15 जुलाई को रायपुर के तूता धरना स्थल में इस्तीफे के बंडल सरकार को सौंप दिए जाएंगे, कर्मचारी लगातार वादाखिलाफी सहते आ रहे हैं। हमारी प्रमुख मांग नियमितीकरण है। जिसका वादा खुद कांग्रेस ने किया था इस वजह से कर्मचारियों में आक्रोश है।
अरुण साव बोले- सरकार बनते ही पूरी होगी मांग
मौके पर पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि, भाजपा संविदा,अनियमित, दैनिक वेतन भोगी और अन्य प्रकार के अस्थाई कर्मचारियों की मांग को अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी और सरकार बनते ही भाजपा अपना वादा पूरा करेगी। अरुण साव के साथ प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी, विजय शर्मा और केदार कश्यप सहित भाजपा नेताओं के साथ शुक्रवार को सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैन रतले तूता में आंदोलित कर्मचारियों से आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अपना पूरा समर्थन दिया और उन्हें विश्वास दिलाया कि भाजपा की सरकार बनते ही कर्मचारियों की न्यायसंगत मांगें पूरी की जाएंगीं।
अरुण साव ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, धूप, गर्मी, ऊमस और बारिश के बावजूद अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे कर्मचारियों के हजारों परिवार की चिंता करने के बजाय प्रदेश के कांग्रेस नेता एक खानदान, एक परिवार की सेवा-चाकरी और चिंता कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने पिछले चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आते ही 10 दिन में संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाएगा, लेकिन सरकार वादा पूरा करने में टाल-मटोल करती रही। बहानेबाजी करती रही।