बिलासपुर। Chhattisgarh Assembly Elections 2023: आम आदमी पार्टी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह जुट चुकी है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री एवं राज्यसभा सदस्य डाॅ संदीप पाठक रविवार को बिलासपुर में आयोजित होने वाले 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यकर्ता प्रशिक्षण में प्रदेशभर के ब्लाक अध्यक्षों व पदाधिकारी शामिल हुए।
प्रशिक्षण के प्रथम चरण के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए डाॅ संदीप पाठक ने कहा कि हम मिशन 2023 की तैयारी में पूरी तरह जुट गए हैं। छत्तीसगढ़ में आप का संगठनात्मक ढांचा तैयार हो गया है। प्रदेश के 20 हजार गांव में हमारी सीधी पहुंच है। एक महीने के भीतर पांच लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस काम को गंभीरता के साथ किया जा रहा है। महा सदस्यता अभियान की शुरुआत कर दी गई है।
प्रदेश के तकरीबन 20 हजार गांवों में आम आदमी पार्टी ने यूनिट इंचार्ज और सदस्य बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। रविवार से प्रदेशभर के ब्लाक अध्यक्षों व पदाधिकारियों को प्रशिक्षिण कार्यक्रम शुरू किया गया है। चार चरणों में इसकी शुरुआत की गई है।
0-घर-घर जाएंगे आप के पदाधिकारी
डाॅ पाठक ने कहा कि पार्टी जल्द ही भ्रष्टाचार, स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दों को लेकर अपना प्रदेश व्यापी अभियान शुरू करेगी। आप के पदाधिकारी घर.घर जाएंगे और अपनी बात लोगों के बीच रखेंगे। संगठानात्मक गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कहा कि संगठन विस्तार के तहत प्रदेश के सभी जिलों में जिला प्रभारी और जिला सचिव लोकसभा प्रभारी और लोकसभा सचिव की घोषणा कर दी गई है।
0-दिल्ली में काम तो छत्तीसगढ में क्यों नहीं
मीडिया के एक सवाल के जवाब में डाॅ संदीप पाठक ने कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने पूरी दिल्ली में सिर्फ पांच साल में बहुत से कार्य किए। फिर छत्तीसगढ में क्यों नहीं हो रहा है। हमारी दिल्ली की सरकार मुफ्त्त बिजली और पानी लोगों को दे रही है। स्वास्थ्य जांच और दवाई भी निश्शुल्क दिया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है। कांग्रेस व भाजपा सिर्फ झूठे वायदे और नारेबाजी कर लोगों को लुभाने का काम कर रही है। डाॅ पाठक ने भूपेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीते चार साल में भूपेश सरकार सिर्फ तामझाम दिखा खानापूर्ति करती रही है। चार साल में सिर्फ लूट और खानापूर्ता का खेल ही जारी रहा है। न कोई जांच ना ही कोई सजा, सिर्फ आरोप.प्रत्यारोप चलता रहा।
0-सरकार के चेहरे बदले हैं खेल में खिलाड़ी की टीम अब भी वही
नान घोटाले पर सवाल उठाते हुए कहा कि 36 हजार करोड़ के नान घोटाले को एक छोटा अफसर कैसे अंजाम दे सकता है। 200 करोड़ का वन विभाग घोटाला भी चर्चा में है। अगर आप गौर से देखें तो सरकार के चेहरे बदले हैं। खेल में खिलाडी की टीम अब भी वही है। नान घोटाला हो या वन विभाग। छत्तीसगढ की भोली.भाली जनता अब भी लूटती रही है।