CIMS में अव्यवस्थाओं पर हाईकोर्ट की अफसरों को फटकार , बिलासपुर कलेक्टर से कहा- टाई तो लगा लेते, कहां है ड्रेस कोड, मामले की सुनवाई 17 जनवरी को

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण को कोट और टाई पहनकर नहीं आने पर जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने कलेक्टर से कहा कि कम से कम टाई तो लगा ही लेते। शीतकालीन अवकाश के बीच गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

दरअसल, CIMS में अव्यवस्था, दवाओं की कमी, पार्किंग की समस्या की सुनवाई के दौरान डिवीजन बेंच ने कलेक्टर अवनीश शरण से पूछा कि आप बिना ड्रेस कोड के कोर्ट में कैसे पहुंच गए? इस पर कलेक्टर ने बताया कि, वे दफ्तर में थे। इसी बीच उन्हें कोर्ट आना पड़ा। तब चीफ जस्टिस ने कहा, टाई तो लगाकर आना चाहिए था। दरअसल, कलेक्टर के ड्रेस कोड में कोट-पैंट और टाई निर्धारित है।

चीफ जस्टिस सिन्हा ने CIMS की अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर से कहा कि, कल आप सिम्स गए थे। यह हमें अखबारों से पता चला है। आप जाइये, फोटो खिचाइए, लेकिन, निरीक्षण के बाद अव्यवस्थाओं पर भी ध्यान दें। जो खामियां मिली है उसे दूर करना भी चाहिए।

0.डीन से पूछा- 2021 से क्या कर रहे हैं

बेंच ने CIMS के डीन डॉ. केके लहरे को भी फटकार लगाई। पूछा कि, डीन यहां कब से पोस्टेड हैं। जब डीन ने बताया कि 2021 से तो कोर्ट ने सवाल किया कि इतने सालों से क्या कर रहे हैं? कोर्ट ने कहा कि, केवल निरीक्षण करना ही काम नहीं है। खामियों को दूर करने के लिए आपने क्या किया?

 

0.सिम्स और जिला अस्पताल में दवाइयों की कमी क्यों?

हाईकोर्ट ने कहा कि CIMS और जिला अस्पताल में दवाइयों की कमी है। CGMC दवाएं नहीं दे रहा है, यह सब क्या है? राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर फंड दे रही है, जिसके बाद भी इस तरह की स्थिति क्यों है? दवाइयां सप्लाई नहीं करने पर डिवीजन बेंच ने CGMC के मैनेजिंग डायरेक्टर को शपथ पत्र के साथ जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले की सुनवाई 17 जनवरी को होगी।