न्यूज डेस्क।यहां एक दिलचस्प बात यह भी है कि इसका नाम ताली कैसे पड़ा. तो दोनों हथेलियों को लगातार पीटने से एक ताल का निर्माण हुआ और वह ताल की धुन लोगों को सुनाई देने लगी, इसी वजह से इसका नाम ताली पड़ गया. वहीं अगर ताली बजाने के वैज्ञानिक कारण पर जाएं तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि ताली बजाने से हथेलियों के एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स पर दबाव पड़ा है, इससे हृदय, फेफड़ों के रोगों में लाभ मिलता है.
इतना ही नहीं ताली बजाने से ब्लड प्रेशर भी सही रहता है. ताली बजाना एक तरह का योग भी माना जाता है. ऐसा करने से कई तरह के रोग दूर होते हैं. फिलहाल ताली बजाने के कई कारणों में से यह ऐसे कुछ प्रमुख कारण हैं जो काफी फेमस हैं. यह बात सही है कि ताली बजाने से मन को काफी आराम मिलता है और आप गीत संगीत के समारोह में खुद को शामिल कर लते हैं साथ ही वहां ताल में ताल मिला देते हैं.
यहां एक दिलचस्प बात यह भी है कि इसका नाम ताली कैसे पड़ा. तो दोनों हथेलियों को लगातार पीटने से एक ताल का निर्माण हुआ और वह ताल की धुन लोगों को सुनाई देने लगी, इसी वजह से इसका नाम ताली पड़ गया. वहीं अगर ताली बजाने के वैज्ञानिक कारण पर जाएं तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि ताली बजाने से हथेलियों के एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स पर दबाव पड़ा है, इससे हृदय, फेफड़ों के रोगों में लाभ मिलता है.
इतना ही नहीं ताली बजाने से ब्लड प्रेशर भी सही रहता है. ताली बजाना एक तरह का योग भी माना जाता है. ऐसा करने से कई तरह के रोग दूर होते हैं. फिलहाल ताली बजाने के कई कारणों में से यह ऐसे कुछ प्रमुख कारण हैं जो काफी फेमस हैं. यह बात सही है कि ताली बजाने से मन को काफी आराम मिलता है और आप गीत संगीत के समारोह में खुद को शामिल कर लते हैं साथ ही वहां ताल में ताल मिला देते हैं.