रायपुर. छत्तीसगढ़ के क्रेडा विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर आए हैं. क्रेडा के कुल 540 कर्मचारियों को संविदा अनुबंध के बजाय ठेकेदारी में बदल दिया गया है, जिसके विरोध में वे तूता नया रायपुर में प्रदर्शन कर रहे हैं.
कर्मचारियों के संविदा अनुबंध को ठेकेदारी में बदलने से उन्हें कई सुविधाएं नहीं मिलेंगी. स्वयं अपने व्यय से दुर्घटना बीमा का कराना होगा, जिससे किसी भी दुर्घटना के मामले में विभाग की जिम्मेदारी खत्म हो जाएगी.
अनुबंध के तहत, कर्मचारियों को किसी भी प्रकार के अन्य भत्तों जैसे नक्सल भत्ता, EPF, ESIC, और मेडिकल सुविधाओं की सुविधा नहीं मिलेगी.इसके अलावा, उन्हें यात्रा भत्ता और मानदेय भुगतान के संबंध में भी चिंता है.
क्रेडा विभाग के इन कर्मचारियों ने अपने मुद्दों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर चर्चा करने की मांग की है. वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हड़ताल जारी रखेंगे जब तक कि उनकी मांगों पर समाधान नहीं हो जाता.
100 रुपए का स्टांप पेपर में किया अनुबंध क्या कहता है –
- अनुबंध करने के बाद 540 तकनीशियन इकाई क्रेडा के कर्मचारी नहीं होंगे.
- स्वयं के व्यय से 7 लाख का दुर्घटना बीमा कराया जाना है. कुछ भी दुर्घटना होगा तो उसके जिम्मेदार विभाग नहीं होगा.
- सुरक्षा किट की उपलब्धता स्वयं से करना होगा, विभाग नहीं करेगा.
- किसी भी प्रकार के अन्य भत्ता नहीं दिया जाएगा. जैसे नक्सल भत्ता, EPF, ESIC, मेडिकल जैसे शासकीय सुविधाओं की पात्रता नहीं होगी.
- तकनीशियन इकाई को कलेक्टर दर का मानदेय भुगतान होगा.
- तकनीशियन को केवल 2200 यात्रा भत्ता दिया जाएगा.