कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल के कर्मचारियों के लिए बने आवास की स्थिति जजर्र हो चुकी हैं। जर्जर 428 आवास को तोड़ने के मण्डल ने सूचना जारी किया है। मकान तोड़ने की सूचना के बाद अवैध कब्जाधारियों में हडकम्प मच गया हैं।
बता दें कि कलेक्टोरेंट कार्यालय के समीप सीएसईबी ने अपने कर्मचारियों के लिए 428 क्वार्टर बनाया है। इन मकानों में विभागीय कर्मचारियों से अधिक बाहरी लोगों का कब्जा हैं। मंडल के मकान पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं उसके बाद भी लोग रह रहे हैं।खण्डहर हो चुके आवास में रहने वालों पर खतरा मंडराता रहता हैं। इसे देखते हुए मंडल ने एक मकान को डिस्मेंटल करने सूचना जारी किया हैं। विभागीय सूचना पत्र की माने तो पिछले 11 सितम्बर को SF 59 का ममटी गिर गया था। हालांकि स्लैब गिरने से किसी तरह की नुकसान नही हुआ हैं , पर छत का स्लैब गिरा तो हादसे से इंकार नही किया जा सकता। इसे देखते हुए सीएसईबी के अधिकारियों ने सूचना जारी कर मकान को खाली करने को कहा है और विभागीय कर्मचारियो को नए आवास आबंटन के लिए अध्यक्ष आवास आबंटन समिति को आवेदन देकर आवास आबंटन करने को कहा हैं।
अधिकांश मकानों में बाहरी लोगों का कब्जा
सीएसईबी के विभागीय क्वार्टर में अधिकांश बाहरी लोगों का कब्जा हैं। जिन मकानों में बाहरी लोग रहते है उसमें बिजली, पानी के रखरखाव का खर्च सीएसईबी वहन कर रही हैं। जिससे मंडल को एक बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। जर्जर मकान डिस्मेंटल के बाद कंपनी को पानी और बिजली बिल से राहत मिलेगी।