The Duniyadari:दमोह- दमोह में दलित दूल्हे को बग्गी पर बिठाने पर दबंगों ने बारात लौटने के बाद बग्गीवाले युवकों को पीट दिया। जिले के देहात थाना अंतर्गत जबलपुरनाका पुलिस चौकी के चौरई गांव में मंगलवार को एक दलित परिवार में शादी का आयोजन हुआ। इस शादी में दलित दूल्हे को घोड़ी की बग्गी में बिठाकर बारात निकाली गई, जो इलाके के कुछ लोगों को नागवार गुजरी।
दरअसल, शादी से पहले इलाके के उच्च वर्ग समाज के कुछ लोगों ने बग्गी वाले को चेतावनी दी थी कि वे दलितों को घोड़ी पर चढ़ाकर बारात नहीं निकाल सकते। हालांकि, कुछ नेताओं ने बग्गी वालों को समझाकर और सुरक्षा का भरोसा देकर उन्हें दलित दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर बारात निकालने के लिए राजी कर लिया।
बारात लौटने पर पिटाई
इसके बाद, बग्गी में बैठाकर दूल्हे की बारात निकाली गई, जो दबंगों को पसंद नहीं आई। बारात के बाद जब दूल्हे और बग्गी के चालक लौट रहे थे, तो ठाकुर समाज के कुछ लोगों ने घोड़ा और बग्गी वाले युवकों की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी।
पीड़ित युवक घायल होकर किसी तरह से पुलिस चौकी पहुंचे, जहां उनकी मदद की गई। पुलिस ने घायलों को पहले इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा और फिर सुबह रिपोर्ट दर्ज करने को कहा।
दलित दूल्हों को घोड़ी पर चढ़ाने का विरोध
दमोह जिले के ग्रामीण इलाकों में आज भी जाति और छुआछूत के मामले सामने आते रहते हैं, जहां दलित दूल्हों को घोड़ी पर चढ़ाने का विरोध किया जाता है। इस घटना में भी वही हुआ, जब दबंगों ने बग्गी वाले युवकों को अपनी बात मानने का दबाव डाला और जब वे नहीं माने, तो उन्हें हिंसा का शिकार बना दिया।
पुलिस चौकी प्रभारी ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और जैसे-जैसे तथ्यों का खुलासा होगा, उचित कार्रवाई की जाएगी। बग्गी चलाने वाले युवक इस घटना से गहरे सदमे में हैं और अभी भी अपने साथ हुई मारपीट की घटना से आहत हैं।