नई दिल्ली। Delhi drugs scam case: दिल्ली ड्रग्स घोटाला केस में दिल्ली के सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) संजय कुमार द्राल को रिटायरमेंट के एक दिन पहले ही सस्पेंड कर दिया गया। उनके ऊपर ड्रग्स केस में रिश्वत लेने का आरोप लगा है। जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल ने जांच की मंजूरी दी थी। इसके बाद मुख्य सचिव ने एसीपी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया। सस्पेंड होने के बाद अधिकारी को अपने ड्यूटी वाली जगह से दिल्ली पुलिस मुख्यालय छोड़ने की परमिशन नही हैं। अधिकारियों ने कहा कि एसीपी संजय कुमार को केवल जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। वे रिटायरमेंट के बाद सभी लाभ नहीं ले पाएंगे।
इस मामले में पुलिस ने कहा कि एसीपी संजय कुमार द्राल 2020 के एक मामले में मुख्य आरोपी हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने इलाके में ड्रग्स को आसानी से उपलब्ध कराने के लिए कथित तौर पर रिश्वत ली थी। उनके द्वारा दी गई ढील के कारण उस इलाके में आसानी से ड्रग्स मिलने लगा।
इसी मामले में रिटायर होने के एक दिन पहले ही एसीपी संजय कुमार द्राल को निलंबित कर दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, वे दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में तैनात थे और आज अपने पद से रिटायर होने वाले थे।
रिश्वत लेने का आरोप
पुलिस के अनुसार, एसीपी संजय कुमार को एक इलाके में लोगों तक ड्रग्स की पूर्ति को आसान बनाए जाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है। यह मामला 2020 में एक अन्य पुलिस अधिकारी की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था।
आधिकारी ने एसीपी संजय कुमार पर आरोप लगाया था कि वे ड्रग्स के नाम पर अपने कुछ जूनियर को ड्रग सिंडिकेट चलाने के लिए मजबूर कर रहे थे और उनसे पैसे वसूल रहे थे। उनके एक जूनियर अधिकारी ने उन पर बिना किसी कारण के अनियमित रूप से कर्मियों को सस्पेंड करने का भी आरोप लगाया।