DMF में झोलझाल! अकलतरा विधायक ने कलेक्टर के खिलाफ PM मोदी से की हेराफेरी की शिकायत 600 करोड़ का आता है राजस्व…

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कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास संस्थान मद के पैसे का जोरों से दुरुपयोग जारी है. लाखों रुपये पानी में बहाया जा रहा है. इसे लेकर अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. साथ ही इस खत में कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें करप्शन का खुलासा किया है. जिला खनिज न्यास संस्थान मद की राशि का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है.

चिट्ठी में लिखा कि जिला खनिज न्यास संस्थान मद की कमेटी में संसोधन कर कलेक्टर/जिलाधीश को इस कमेटी का मुखिया बनाया गया है. सांसदों को कमेटी का सदस्य बनाया, जो कि स्वागत योग्य है, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य में जिला खनिज न्यास संस्थान मद के पैसे का जो दुरूपयोग हो रहा है.

कोरबा जिले में सबसे ज्यादा जिला खनिज न्यास संस्थान मद का राजस्व इकट्ठा होता है. उनके जिला खनिज न्यास संस्थान के राशि से बिलासपुर और जांजगीर चाम्पा जिले को क्षेत्रिय विकास के लिए 10 प्रतिशत राशि प्राप्त होती है. जिले का मदवार जिला खनिज न्यास संस्थान के पैसे का पिछले 3 साल का अवलोकन करें तो निम्नलिखित पैसे का दुरूपयोग और अनियमितताएं सामने आई है.

1. जिला खनिज न्यास संस्थान की शासी परिषद्की बैठक कोरबा जिले में विशेषर एवं अन्य जिलो में नियमित रूप से नियमानुसार नहीं हो रहा है.

2. इस जिले में जहां पर लगभग 600 करोड़ रूपये का राजस्व आता है, वहां पर इसका जो पैसा है, वह खनन प्रभारी गावों और क्षेत्रों में खर्च न कर अन्य जगह खर्च किया जा रहा है. उदाहरण के तौर पर कम्बल बांटा जा रहा है और कलेक्ट्रेड के कार्यालय का उन्नयन किया जा रहा है.

3. छत्तीसगढ़ और विशेषकर कोरबा जिले में जो कार्य हो रहा है, वह कार्य कलेक्टर के द्वारा आपने विशेष प्रियों के साथ किया जा रहा है.

4. कलेक्टर कोरबा द्वारा शासी परिषद् की बैठक के लिए सभी सदस्यों को बैठक के पूर्व नियत अवधि 7 दिवस पूर्व सूचना नहीं दिया गया है. बैठक का आयोजन प्रत्यक्ष रूप से ना कर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया.

5. जिला खनिज न्यास की बैठक के पूर्व शासी परिषद् के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों से कार्यों के प्रस्ताव नहीं मंगाए गए हैं और ना ही प्रस्ताव दिए जाने के लिए कोई अवसर दिया गया. कलेक्टर द्वारा मनमाने ढंग से खर्च किया जा रहा है.

6. शासी परिषद की बैठक में रखे गए सभी कार्यो का कमबद्ध एवं संपूर्ण जानकारी ना देकर औपचारिकता निभाते हए व्यय के क्षेत्र तय करते राशि क्षेत्रों के लिए पारित कराई गई हैं. ना कि कार्य विशेष के लिये जानकारी देकर प्रस्ताव पारित करा लिए गए हैं. समय-समय पर शासी परिषद के जानकारी एवं संज्ञान में लाए बिना कार्यों में
परिवर्तन एवं संशोधन किए जा रहे हैं.

7. वर्तमान कलेक्टर कोरबा द्वारा शासी परिषद् द्वारा अनुमादित कई कार्यों का प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी नहीं किया है, जबकि अनुमोदित सूची में शासी परिषद् के संज्ञान में लाए बिना इनके द्वारा जोड़े गए नए कार्यों का तुरंत प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी किये गए हैं.

8. वर्तमान कलेक्टर कोरबा द्वारा शासी परिषद् से अनुमोदन कई कार्यों में शासकीय स्वीकृति जारी आदेश होने के उपरांत भी नियम विरूद्ध निरस्त किए गए हैं.

9. वर्तमान कलेक्टर कोरबा द्वारा कई कार्यों में भुगतान रोक कर संबंधित वेंडर या निर्माण एजेंसी पर दबाव डाला जा रहा है कि उक्त कार्य में भारी भ्रष्टाचार किया गया और निर्माण कार्य ठीक से नहीं किया गया है, फिर भी कुछ समय पश्चात बिना जांच किये पूर्ण भुगतान किया गया है.

10. जिला खनिज न्यास कोरबा में कई प्रकार की अनियमितता बरती जा रही हैं, जिसके फलस्वरूप जिले का विकास कार्य एवं खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास कार्य समय पर नहीं हो पा रही हैं. उपरोक्त परिस्थितियों से जनमानस में अत्यधिक आकोश हैं और कभी भी अप्रिय घटना हो सकती हैं.

11. कोरबा जिला सबसे खनन और जिला खनिज न्यास कलेक्शन का जिला हैं. जिला कलेक्टर द्वारा प्रति दिन भ्रष्टाचार के नए कारनामे किए जा रहे जो चर्चा का विषय है.

इसके साथ ही अकलतरा विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि इस जिले की जांच एक केन्द्र सरकार की निष्पक्ष एजेंसी से किया जाए, ताकि सारा सच सामने आ जाएगा।