Earthquake : फिर हिली धरती, देर रात 6.3 तीव्रता का भूकंप, 6 की मौत

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नई दिल्ली। Earthquake : दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की देर रात भूकंप के तेज झटके लगे। दो बार में तेज झटके लगने से कई कॉलोनियों व मोहल्लो में लोग घरों से बाहर निकल आए।

नेपाल में 6 की मौत

भूकंप के झटके देर रात 1.58 बजे महसूस किए गए। कुछ रुककर दो बार झटके लगने से नींद में सोए लोग भी जाग गए और घरों से बाहर निकल आए। वहीं भूकंप का केंद्र रहे नेपाल में छह लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक डोटी  जिले में एक घर गिरने से इन लोगों की मौत हुई है।

घबराए लोगों ने अपने घरों और दीवारों को ही किया चेक

बुरी तरह घबराए लोगों में से कुछ (Earthquake) ने अपने घरों और दीवारों को चेक करना शुरू कर दिया। कुछ देर में भूकंप की सूचना एक-दूसरे को बताने और इसे कनफर्म करने के लिए लोगों के फोन घनघनाते रहे। जानकारों के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.3 से अधिक थी। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आसपास के जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक इसका केंद्र नेपाल के मणिपुर में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि उत्तर भारत में महज पांच घंटे के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इससे पहले मंगलवार रात आठ बजकर 52 मिनट पर लखनऊ समेत यूपी के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.9 मापी गई थी। वहीं नेपाल में यह मंगलवार को 24 घंटे के भीतर तीसरा भूकंप का झटका रहा। बता दें कि भूकंप के झटके यूपी के लखनऊ, मुरादाबाद, मेरठ बरेली आदि शहरों में भी महसूस किए गए। वहीं एनसीआर के फरीदाबाद, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा में भी झटके महसूस हुए। इस दौरान कई जगह से लोगों के बेड तक हिलने की खबर आई। हालांकि राहत की बात यह है कि इन जगहों से किसी तरह की दुर्घटना की खबर नहीं आई।

सीट हिलने लगी

नोएडा में रात में काम करने वाले सूरज ने बताया कि मैं ऑफिस में था जब मेरी सीट हिलने लगी। कार्यालय में भूकंप का अलार्म बज गया जिसके बाद हम वहां से बाहर निकल के आ गए। हम लगभग 10 मिनट के बाद वापस अंदर गए। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक टैक्सी चालने बताया कि मैं सवारी लेकर जा रहा था, तभी भूकंप के झंटके महसूस हुए। कार में सवार सवारी उतरी गई। हमने थोड़े समय के लिए इसे महसूस किया। रेलवे स्टेशन (Earthquake) मौजूद एक सवारी ने बताया कि हम एक ऑटो से उतर रहे थे कि हमें झटके महसूस हुए। ऑटो चालक भी डर गया, मैंने चारों ओर देखा तो दूसरों को भी झटके महसूस हुए। इसके तुरंत बाद मैं रुक गया।