वेब डेस्क। कुछ लोगों को बड़ा Ego होता है. ऐसे लोगों के लिए कथावाचक जया किशोरी (Jaya Kishori) ने कहा कि जब आप गीता जी पढ़ते हैं तो जब उसमें अर्जुन बार-बार एक बात कह रहे हैं कि मैं मरूंगा, मैं करूंगा, मेरे हाथों से होगा तो भगवान ने बहुत अच्छे से बोला कि तुमको कौन बोल रहा है कि तुम कर रहे हो? मैं करवा रहा हूं और मैं कब से करवाता आ रहा हूं. तुम कोई हो ही नहीं करने वाले. तो तुम्हारा सोचना कि तुम कर रहो सबसे बड़ी भूल है. ये मैं करवा रहा हूं. मैंने सिचुएशन तुम्हारे सामने रखी इसलिए तुम ऐसा कह रहे हो. हमेशा याद रखिए आप मुझे अच्छे से अच्छा आदमी दिखाइए.
कैसे दूर करें अहंकार?
मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने आगे कहा कि टैलेंटेड से टैलेंटेड लोग दिखाइए. उनसे भी अच्छा दुनिया में कोई होगा. तो ये सोच लेना कि मैं ही बेस्ट हूं और मेरी वजह से सबकुछ हो रहा है. ये आदमी की सबसे बड़ी भूल होती है और यही बात Ego लेकर आती है.
मुंह कब खोलना चाहिए?
जया किशोरी ने आगे कहा कि किसी के सामने मुंह तभी खोलना जब बोलने को कुछ अच्छा हो. नहीं तो बंद ही रखना अच्छा है. बुरा बोलने से अच्छा है कुछ ना करना. अगर आपको बुराई ही करनी है तो मुंह बंद करिए क्योंकि बुराई दुनिया में पहले से ही कम नहीं है. ऐसा ना हो की दुनिया में आपकी वजह से बुराई और बढ़ जाए.
समस्याओं से कैसे निपटें?
कथावाचक जया किशोरी ने ये भी कहा कि गीता जी में लिखा है कि समस्याएं सीजन की तरह होती हैं. अप्स एंड डाउन सीजन की तरह होते हैं. आप सीजन को चेंज नहीं कर सकते हैं. अगर बारिश हो रही है तो आप बारिश को बोल नहीं सकते कि बारिश बंद हो जाओ. अगर ठंड लग रही है तो आप जैकेट पहन सकती हो लेकिन ठंड नहीं हटा सकते हो. इसी तरह संघर्ष तो आएगा, अप्स एंड डाउन आते हैं लेकिन आप उसको कैसे टैकल करते हो वो आप पर डिपेंड करता है. इसको टैकल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि सुनना शुरू करो.