जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर कार्यशाला आयोजित उमरेली

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नवीन शासकीय महाविद्यालय उमरेली जिला कोरबा छत्तीसगढ़ में जनजाति गौरवशाली माह के अंतर्गत जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई इसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लोक नृत्य एवं जनजातीय कला का प्रदर्शन किया

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती मां भारती रानी दुर्गावती भगवान बिरसा मुंडा शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात राज्य गीत का गायन एवं जनजाति गौरव से संबंधित चलचित्र का प्रदर्शन किया गया अतिथियों का परिचय एवं स्वागत पौधा देकर किया गया कार्यक्रम प्रस्तावना वचन अतिथि व्याख्याता आकांक्षा बंजारे ने किया अध्यक्षता डॉ केपी कुर्रे प्राचार्य ने किया विशिष्ट अतिथि श्री सोनाराम देवांगन ने अपना उद्बोधन दिया मुख्य अतिथि श्री रमेश सिदार ने जनजातीय समाज के ऊपर अपना उद्बोधन दिया वक्त ग्रहण श्री एम.एल.सिदार ने जनजाति समाज के नायक नायिका के योगदान एवं गुंडा धुर रानी दुर्गावती के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए जनजातीय समाज की रीति रिवाज परंपरा का संरक्षण एवं संवर्धन करने को कहा मुख्य वक्ता डॉक्टर ए.के. जगदेव ने कहा कि जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है उनके वास्तविक इतिहास को छुपा कर रखा गया जिसको शोध के माध्यम से समाज तक पहुंचाया जाए भगवान बिरसा मुंडा 25 वर्ष की उम्र में ही अपने समाज एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिए उन्होंने रानी दुर्गावती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इतिहास के पन्नों में महानता वीरांगनाओं की अंतिम अग्रिम पंक्ति में दर्ज किया जाता है वह बचपन से ही युद्ध में भाग लेने लगी थी कालिंजर के युद्ध में उनकी महत्वपूर्ण योगदान से शेरशाह को मार गिराया उन्होंने राजस्थान के मानगढ़ के भीलों की योगदान एवं शहीद वीर नारायण सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वीर नारायण सिंह सच्चे देशभक्त थे वह राजा था और अपने क्षेत्र के गोदाम से अनाज पीड़ितों में वितरण कराया इस कारण अंग्रेजों ने चोर साबित कर 10 दिसंबर 1857 को रायपुर में फांसी पर चढ़ा दिया वास्तव में जीवन जीने की कला जनजाति समाज से सीखनी चाहिए

कार्यक्रम के संयोजक 

सहायक प्राध्यापक डॉ प्रभा गुप्ता

सहसंयोजक

अतिथि व्याख्याता श्रीमती गीतांजलि पैकरा

अतिथि व्याख्याता भूगोल संगीता कुशवाहा

यह रहे उपस्थित

सहायक प्राध्यापक

राघवेंद्र देवांगन

विवेक अग्रवाल

डॉ प्रिंस कुमार सोनी

अमित मल्होत्रा

किरण यादव

नवीन शासकीय महाविद्यालय में लगभग 150 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे