रायपुर। Indira Bank scam: छत्तीसगढ़ में करीब 54 करोड़ रुपए के इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में दोबारा जांच शुरु से पहले अहम जानकारी सामने आई है। इस मामले में आरोपी बनाए गए 19 में से 6 आरोपियों की मौत हो चुकी है। इस मामले में तत्कालीन डीजी रहे ओपी राठौर के साथ जीएस बांवरा का नाम भी सामने आया है। ओपी राठौर का निधन हो चुका है।
वहीं उस समय कोतवाली सीएसपी जीएस भांवरा अब रिटायर्ड हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार इंदिरा बैंक घोटाला मामले में आरोपी बनाए गए सुमन पाठक, कुसुम चौके, कांतो उपाध्याय, पुष्पा शर्मा, ललिता जैन और बिलकिस बानो की मौत हो चुकी है। इनके पूर्व में दिए गए बयान को पुलिस जांच में शामिल किया जाएगा।
बता दें कि पूर्व में भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई जांच के दौरान पुलिस ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भी भेजा गया था। ये सभी जमानत पर छूट चुके थे। इधर कोर्ट के आदेश के बाद जब पुलिस ने फिर से फाइल खोली तो उन्हें मालूम पड़ा कि इनमें से छह आरोपियों की मौत हो चुकी है। पुलिस अब बचे 13 आरोपितों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाएगी।
0- इन्हें नोटिस जारी कर पुलिस बुलाएगी बयान के लिए
जानकारी के अनुसार इस घोटाले में कोतवाली पुलिस ने बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया था। इसमें मैनेजर ने कई प्रभावशाली लोगों का नाम लेकर उन्हें पैसे देने की बात की थी। इस टेस्ट में उमेश ने बताया था कि उसने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम और दो पुलिस अधिकारियों को करोड़ों रुपए दिए थे।
इनके अलावा तत्कालीन बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा, रीता तिवारी, किरण तिवारी, सुलोचना, नीरज जैन, मनीष अग्रवाल, संजय गजभिए, प्रमोद काप्से, पुष्पा शर्मा, दुर्गा पगारिया, ललिता जैन, अनिंदय मुखर्जी और कैलाश नाथ को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।