कोरबा। कंवर कर्मचारी समिति और आदिवासी शक्ति पीठ कोरबा के सयुंक्त तत्वधान में प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री फुले को याद कर जयंती मनाई गई।
बता दें कि सोमवार को आदिवासी शक्ति पीठ में आयोजित सावित्री बाई फुले एवं जयपाल सिंह मुंडा की जयंती कार्यक्रम में कंवर कर्मचारी समिति के अध्यक्ष रूपेंद्र सिंह पैकरा ने आंदोलन के जनक जयपाल सिंह मुंडा को जयंती पर याद करते हुए कहा है कि वह आदिवासी राजनीति के संस्थापक पैरोकार व झारखंड आंदोलन के सर्वोच्च नेता थे। वह जाने-माने राजनीतिज्ञ, पत्रकार, लेखक, संपादक, शिक्षाविद व हॉकी के अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे। अलग झारखंड राज्य की स्थापना के मामले में जयपाल सिंह मुंडा के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक आदिवासियों के हितों के लिए संघर्षरत रहे। निश्चित रूप से वह आदिवासियों के अधिकारों की मुखर आवाज थे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी समाज के सदस्यों ने अपना विचार रखते हुए आदिवासी समाज के जननायक के सम्बंध मे प्रकाश डाला। कार्यक्रम का मंच संचालन गंगा सिंह कंवर ने किया और कहा कि सावित्री बाई फुले समाज के गरीब मजदूर लोगों की आवाज थी। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले समाज में जो बदलाव की लकीर खींची थी, उसे और आगे तक बढ़ाने का हमें संकल्प लेना होगा।कार्यक्रम में सफल बनाने में समाज के भारत सिंह कंवर का विशेष योगदान आज के इस कार्यक्रम में रहा। कार्यक्रम के अंत मे आभार प्रदर्शन जयमंगल सिंह पैकरा ने और समाज के लोगो एकजुट होकर समाज को शिक्षित करने की बात कही।
कार्यक्रम के अवसर पर कंवर कर्मचारी समिति के अध्यक्ष रूपेंद्र सिंह पैकरा, संरक्षक रतन सिंह पैकरा, कोषाध्यक्ष रामेश्वर सिंह कंवर,आदिवासी शक्ति पीठ के कार्यकारी अध्यक्ष गंगा सिंह कंवर,मीडिया प्रभारी अमर सिंह कंवर, सह संरक्षक भारत सिंह कंवर ,जयमंगल सिंह पैकरा, कार्यकारी सदस्य सत्यनारायण सिंह कंवर, दीपक कंवर, पावर सिंह कंवर,रोहित कंवर, धीरज कंवर,शाहिल कंवर,कमल कंवर,देपेंद्र कंवर, अजित कंवर,एवं रविशंकर उपस्थित रहे।