कोरबा। चार सौ करोड़ के अमृत मिशन योजना से अधिकारी तो अमृत पी गए लेकिन जनता को गटर का पानी पिला रहे है। ये निगम की कहानी है। ये कह रहे है नेता प्रतिपक्ष के नेता हितानन्द…! उन्होंने महापौर पर तंज कसते हुए एक बयान जारी कर कहा है कि 4 सौ करोड़ के फंड का जमकर दुरुपयोग हुआ है। जिसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे है।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता हितानंद अग्रवाल आज राताखार – दर्री मार्ग पर स्थित पंप हाउस पहुँचे, लगातार बस्तीवासियों द्वारा गटर का पानी हसदेव नदी में मिलने की शिकायत नेता प्रतिपक्ष को की जा रही थी, आज नेता प्रतिपक्ष पंप हाउस का निरीक्षण करने पहुँचे थे। उन्होंने कहा कि कोरबा की जनता का दुर्भाग्य है कि आज उन्हें गटर का पानी पीने के लिए निगम द्वारा सप्लाई किया जा रहा है, पंप हाउस कॉलोनी जिस वार्ड के पार्षद स्वयं महापौर है उनके वार्ड के गटर का पानी, सीवरेज का पानी बह कर आ रहा है, और ये पानी हसदेव नदी में दर्री डेम के डुबान में आकर गंदा पानी नदी में मिल रहा है, पंप हाउस को नगर निगम के द्वारा बनाया गया है पंप हाउस के माध्यम से ये पानी कोहडिया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है वहां पर से पानी को पूरे शहर में सप्लाई किया जाता है, आज गटर का पानी पीने के लिए कोरबा की जनता मजबूर है जिसके कारण बीमारिया भी फैलने का खतरा बना हुआ है।
स्थांतरण के बाद भी नही छूट रहा कुर्सी का मोह
नगर निगम के वाटर सप्लाई का काम देखने वाले अधिकारी का पदोन्नत कर स्थांतरण किया गया है। उसके बाद मलाईदार कुर्सी का मोह नही छूट रहा है। निगम के पानी सप्लाई के कार्य हुए भ्रष्टाचार की जांच की जाए तो कई चौकाने वाले खुलासे होंगे।
400 करोड़ की योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 400 करोड़ रुपये कोरबा नगर निगम को नल जल योजना के लिया दिया गया था, आज वो राशि महापौर की निष्क्रियता के कारण भ्रस्टाचार की बलि चढ़ चुकी है।
निगम में हावी अधिकारी राज
नगर निगम में अधिकारी राज पूरी तरह हावी है, शहर की जनता पूरी तरह से परेशान है, शहर में ना अच्छी सड़क है, ना ही स्ट्रीट लाइट जलती है, अब तो कोरबा की जनता को पीने का पानी भी गटर के पानी को सप्लाई किया जा रहा है ऐसे महापौर को तत्काल अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए।