कोरबा। गेवरा खदान में एक फिर दुर्घटना हुई है। इस जानलेवा हादसे में न सिर्फ एक ड्राइवर की मौत हो गई, पांच बेटियों के साथ परिवार का पालन पोषण कर रहा एक पिता भी छिन गया। यह हादसा भी उस वक्त सामने आया, जब एसईसीएल इन दिनों सुरक्षा के बड़े बड़े वादे और दावे का ढोल पीटते सुरक्षा पखवाड़ा मना रहा है।
यह दुर्घटना एसईसीएल गेवरा खदान के वेस्ट एमटीके के समीप की है। यहां रोड सेल में चल रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर बर्म को तोड़ते हुए पलट गया। हादसे में इस ट्रक के नीचे दबकर दिलहरण नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई, जो ड्राइवर था। एसईसीएल की गेवरा खदान में यह हादसा सुरक्षा पखवाड़े के बीच हुआ। चालक कुल पांच बेटियों का पिता था, जिसकी बेवक्त जान चली जाने से उसका पूरा परिवार सदमे में है। परिवार का इकलौता कमाऊ पूत छिन जाने से अब उनके सामने गुजर बसर की बड़ी कठिन समस्या उठ खड़ी हुई है।
ज्यादा ट्रिप की होड़, सुरक्षा नियम दरकिनार
बताया जा रहा है कि रोड सेल में ज्यादा से ज्यादा कोयला लोडिंग का दबाव और अधिक ट्रिप यानी फेरा लगाने की होड़ इस तरह के हादसों की एक बड़ी वजह है। उसी आपाधापी में वाहन चालक एक दूसरे को ओवर टेक करने के फेर में खदान के अंदर तेजी से ट्रक चलाते है और कई बार इस तरह के जानलेवा हादसे घट जाते हैं, जिसमें सब कुछ छिन जाता है।
वादे-दावे और सुरक्षा पखवाड़े की खुली पोल
सुरक्षा के नाम से प्रबंधन द्वारा कई आयोजन किए जा रहे हैं। पर इन हादसों ने इनकी वास्तविकता जाहिर कर दी है। आपको बता दें कि एसईसीएल खदानों के रोड सेल विभाग में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारियों को लक्ष्मी पुत्र कहा गया है। जिनसे एसईसीएल को का खजाना भरता है। पर उनकी सुरक्षा को नजर अंदाज करते हुए गलत ढंग से खदानों में वाहनों के एंट्री दी जाती है। साथ ही लोडिंग के दौरान भी सुरक्षा के नियमों को अनदेखी किए जाते हैं।